भोजशाला में सर्वे का पच्चीसवां दिनः हवनकुंड का शुरूआती सर्वे पूरा, अब जल्द शुरू होगा मिट्टी हटाने का काम


भोजशाला के लिए अहम है एएसआई का यह सर्वे


आशीष यादव
धार Updated On :

धार की ऐतिहासिक भोजशाला में हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण की टीम द्वार भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण चल रहा है। सोमवार को सर्वे का  25वां दिन रहा। सोमवार को 18 अधिकारियों ने 20 मजदूरों के साथ सुबह 8 बजे परिसर में प्रवेश किया। इस दौरान सर्वे टीम के साथ हिंदू समाज से गोपाल शर्मा, याचिकाकर्ता आशीष गोयल और मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद भी मौजूद रहे। पिछले दो दिनों से एएसआई की टीम हवनकुंड व इसके आसपास काम कर रही है। सोमवार को भी टीम के कुछ सदस्यों ने यहीं पर काम किया। हवनकुंड का शुरुआती तौर पर सर्वे पूरा होने के बाद यहां से भी मिट्टी हटाने का क्रम शुरू होने की उम्मीद है।

एएसआई की टीम सावधानी पूर्वक कर रही काम: भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया की एएसआई की टीम हाईकोर्ट के आदेश अनुसार सर्वे कर रही है।  एएसआई के अधिकारी भोजशाला में सर्वे के दौरान लोहे की कंघी, प्लास्टिक की कंघी, प्लास्टिक के ब्रश, छोटी झाड़ू, छोटे-छोटे पाइप जैसे उपकरणों का इस्तेमाल कर सावधानी पूर्वक अपना कार्य कर रहे है। वॉशिंग, क्लीनिंग और ब्रशिंग के साथ ही केमिकल की मदद भी ली जा रही है। इसी के साथ भोजशाल परिसर से मिट्टी हटाने का काम भी चल रहा है। और हम सभी के संघर्ष का सुखद परिणाम जल्द ही मिलने वाला है।

खुदाई नहीं केवल मिट्टी हटाई जा रही है: मुस्लिम पक्षकार अब्दुल ने कहा कि दोनों वर्गों से यही निवेदन हैं, एएसआई अपने हिसाब से काम कर रही है। हमारा काम उनका सहयोग करना है, न की उसे और अधिक उलझा देना। उच्चतम न्यायालय के आदेश अनुसार खुदाई बंद हैं, स्क्रीनिंग को लेकर भी आपत्ति दर्ज कराई है। स्ट्रेचिंग को कुछ लोग खुदाई का नाम दे रहे हैं, जिसे भी एक से डेढ़ फीट के नीचे नहीं किया जा रहा है। कमाल मोला की मजार के नीचे तहखाना नहीं, कमरे स्वरूप बना हुआ हैं, टीम के द्वारा सर्वे किया और उसे देखा गया है ।


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