धार। धार जिले में लंपी वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। तीन ब्लॉक से बढ़कर यह वायरस पूरे जिले में फैल चुका है। इसका सबसे ज्यादा असर गोवंश पर देखने को मिल रहा है।
जिले के 87 गांव में 252 पशुओं में इस वायरस के लक्षण देखने को मिले हैं। चिंता की बात यह है कि धार जिले से भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट अब तक विभाग को प्राप्त नहीं हुई है।
दूसरी तरफ लंपी वायरस की रोकथाम के लिए पशुओं के वैक्सीनेशन का काम शुरू किया जा चुका है। अब तक जिले में 8950 पशुओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
इधर लंपी वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण जिले में साप्ताहिक लगने वाले पशु हाट पर रोक लगा दी गई है। सोमवार को ही कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने जिले में पशुहाट व पशुओं के परिवहन को लेकर धारा-144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए थे। इसके तहत साप्ताहिक हाट बंद कर दिए गए। पशुओं के परिवहन पर भी पाबंदी लगाई गई है।
पशुहाट पर रहेगा प्रतिबंध –
जिले में बड़े पशुहाट लगते हैं। इसमें सुंद्रेल, कानवन और राजगढ़ में बड़े हाट लगते हैं। लंपी वायरस के कारण इस पर रोक लगाई गई है। मनावर और धार में लगने वाले साप्ताहिक हाट पर भी प्रतिबंध रहेगा। जिले में हर साप्ताहिक हाट पर प्रतिबंध रहेगा।
लंपी वायरस अपडेट
- 252 पशुओं में वायरस के लक्षण।
- 87 गांवों में वायरस का असर।
- 8950 पशुओं का हो चुका है वैक्सीनेशन।
- 6.36 लाख गौवंश है जिले में।
- 9.43 लाख भैंस है जिले में।
वैक्सीनेशन जारी है –
अब तक 87 गांवों के 252 पशुओं में संक्रमण की स्थिति देखने को मिली है। वही 190 अभी तक ठीक हो गए है इस कारण जिले के साप्ताहिक हाट और परिवहन पर प्रतिबंध लगाया गया है। संक्रमण को देखते हुए लगातार वैक्सीनेशन करवाया जा रहा है। साथ ही एडवांस वैक्सीन के लिए डिमांड भी भिजवाई गई है। – डॉ. जीडी वर्मा, उपसंचालक, पशुपालन, धार