22 साल की गायत्री पुरोहित बुजुर्ग नेताओं के साथ चुनावी मैदान में आजमाएंगी अपना भाग्य


कोरोना संक्रमण के चलते इंदौर से गांव लौट आई थी, इस दौरान गांव में लोगों को मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान होते हुए देखा तथा राजनीति के माध्यम से लोगों के बीच जाकर उनकी परेशानियों के लिए आवाज उठाने की इच्छा परिवार के समक्ष जारी रखी।


आशीष यादव
धार Published On :
gayatri purohit

धार। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में अहम भूमिका रखने वाली गांव की सरकार में अब बुजुर्ग नेताओं के साथ युवा भी चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। धार जिले में इन दिनों जिला पंचायत सदस्यों के निर्वाचन की प्रक्रिया जारी है।

सोमवार को चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों ने अंतिम दिन नाम निर्देशन पत्र जमा करने पहुंचे। इन अभ्यर्थियों के बीच में सरदारपुर विधानसभा के ग्राम भोपावर निवासी गायत्री पुरोहित उम्र 22 साल भी पहुंची।

इस चुनाव में गायत्री पुरोहित ही अब तक की सबसे कम उम्र की उम्मीदवार हैं। सोमवार को गायत्री अपने परिजनों के साथ धार आईं तथा एडीएम न्यायालय में अपना फॉर्म जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 6 से जमा किया।

इंदौर में की पढ़ाई, गांव लौटी तो देखी लोगों की समस्याएं –

गायत्री पुरोहित ने विशेष रुप से हुई चर्चा में बताया कि उनके पिता राजेंद्र कुमार पुरोहित लंबे समय से कांग्रेस से जुडे हुए हैं तथा पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी के प्रतिनिधि के तौर पर काम किया है व समय-समय पर क्षेत्र में सांसद के माध्यम से कई सौगात दी है।

गायत्री स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से पत्रकारिता का कोर्स कर रही हैं। कोरोना संक्रमण के चलते इंदौर से गांव लौट आई थी, इस दौरान गांव में लोगों को मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान होते हुए देखा तथा राजनीति के माध्यम से लोगों के बीच जाकर उनकी परेशानियों के लिए आवाज उठाने की इच्छा परिवार के समक्ष जारी रखी, जिसके बाद चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी।

नेशनल स्क्वॉश प्लेयर अब चुनावी मैदान में –

प्रत्याशी गायत्री के परिवार में माता संतोषी बाई, बहन योगिता व बड़ा भाई सत्यदेव हैं। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। वार्ड क्रमांक-6 अमझेरा क्षेत्र इस मर्तबा आरक्षण प्रक्रिया के बाद अनारक्षित महिला के लिए घोषित किया गया, ऐसे में गायत्री अब चुनावी मैदान में हैं।

गायत्री बचपन से राजनीति से सीधे जुड़ी हुई हैं। गायत्री नेशनल स्क्वॉश प्लेयर हैं। साथ ही अपना नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज करवा चुकी हैं। स्कूली पढ़ाई इंदौर में पूरी करने के बाद फिलहाल गायत्री जर्नलिज्म कर रही हैं।

लोगों की सेवा करने का सबसे बेहतर रास्ता राजनीति होने के कारण गायत्री का शुरू से इसमें रूझान रहा है। गायत्री ने बताया यह उनका पहला स्टेप है जिसमें पूरे परिवार का समर्थन मिला है।

अनारक्षित सीट होने के कारण इस पर भाजपा समर्थक रेखा देवेंद्र पाटीदार और प्रीति विजय दीक्षित ने नामांकन फॉर्म जमा कराया है।


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