धार की ऐतिहासिक भोजशाला में हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण की टीम द्वार सर्वे जारी है। मंगलवार को सर्वे का 20वां दिन रहा और एएसआई की टीम ने करीब 9 घंटों तक भोजशाला परिसर में सर्वे किया। एएसआई के अधीन भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वे चल रहा है। आज एएसआई टीम के 16 लोगों ने 29 मजदूरों के साथ लगभग 8 बजे परिसर में प्रवेश किया, 5 बजे बाहर आई। दोनों पक्षकारों की मौजूदगी में टीम ने काम किया। एक दिन पहले भोजशाला की दीवार से सटा गोमुख टीम को सर्वे के दौरान मिला है जो पहले से वहां पर मौजूद था।
एएसआई की टीम ने प्राथमिक तौर पर सर्वे करते हुए परिसर में कई स्थानों को चिह्नित कर लिया है। अब इन चिन्हित स्थानों में से अधिकतम स्थानों पर मिट्टी हटाने का काम चल रहा है। वहीं सर्वेक्षण की विधाओं की और ज्यादा जानकारी रखने वाले एएसआई अधिकारी मशीनों को लेकर धार आने वाले हैं। जिसके बाद दूसरे लेवल पर काम शुरू होने की उम्मीद हैं।
अकल कुइया के पास तीन रास्ते मिलेः सर्वे टीम में अक्कल कुइया की जांच के लिए सर्वेक्षण की विधाओं की ज्यादा जानकारी रखने वाले लोग भी बहुत जल्द पहुंचेंगे। जांच के लिए जीपीएस और जीपीआर मशीन पहुंचने वाली है। अक्कल कुइया के पास एक गोमुख बना हुआ है, उसकी भी आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया के अधिकारियों ने जांच की है। बताया जाता है कि इस गोमुख के जरिए जब सरस्वती माता का अभिषेक किया जाता था। वह जल सरस्वती कूप में गोमुख के जरिए आता था। वहीं अकल कुइया में तीन रास्ते आ रहे हैं। कहां से आ रहे हैं, इसकी सर्वे टीम द्वारा जांच की जाएगी।
सर्वे में अब आधुनिक मशीनों से होगा कामः हिंदी पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया की आज एएसआई टीम में अधिकारियों एवं मजदूरों की संख्या कम थी फिर भी सर्वे अपनी गति से चल रहा है। वहीं आने वाले दिनों में सर्वेक्षण की विधाओं की और ज्यादा जानकारी रखने वाले एएसआई अधिकारी आधुनिक मशीनों को लेकर धार आने वाले हैं। जिस से सर्वे की कार्यवाही वैज्ञानिक पद्धति से आगे बढ़ेगी। वहीं एएसआई चिन्हित स्थानों में से अधिकतम स्थानों पर मिट्टी हटाने का काम कर रही है ।
एएसआई कोर्ट से समय बढ़ाने की मांग कर सकती हैः इस मामले में पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि न्यायालय के आदेश के बाद 20 दिनों से भोजशाला के अंदर और बाहर सर्वे का काम लगातार जारी है। न्यायालय ने जितने बिंदुओं पर आदेशित किया है, उसी अनुसार एएसआई की टीम सर्वे का काम तेजी से कर रही है। आदेश के अनुसार 6 सप्ताह में सर्वे रिपोर्ट पेश करनी है और भोजशाला का क्षेत्रफल काफी बड़ा है ऐसे में अगर आवश्यकता लगती है तो समय बढ़ाने की मांग को लेकर एएसआई न्यायालय में जा सकती है लेकिन सर्वे से हम संतुष्ट हैं और वर्षों की इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है।