धार। शहर के सबसे बड़े स्ट्रीट वेंडर्स झोन निर्माण में बड़ी गलती सामने आई है। नगरपालिका ने 184 दुकानों का मार्केट निर्माण करने के साथ 184 लोगों को दुकानों का नंबर से आवंटन भी कर दिया है लेकिन धरातल पर सिर्फ 169 दुकानें ही आकार ले रही हैं।
करीब 15 दुकानें अभी अस्तित्व में नहीं हैं और न ही झोन में अब 15 दुकानों के लिए भूमि की जगह भी बची है। इस तरह का मामला विधायक प्रतिनिधि शिव पटेल द्वारा संज्ञान में लाया गया है।
अब नगरपालिका के अधिकारी झोन के दूसरी और के हिस्से में दुकानें पूर्ण करने की बात कह रहे हैं। सवाल यह है कि दुकानें जब 169 थी तो 184 लोगों को आवंटन कैसे किया गया।
पिछली दीपावली पर होना था मार्केट का काम पूरा
स्ट्रीट वेंडर्स झोन निर्माण का काम पूरा होने के बाद आदर्श सड़क एवं आसपास के फुटपॉथ पर बैठे छोटे दुकानदारों को यहां पर शिफ्ट कर दिया जाएगा। इससे सड़क अतिक्रमण मुक्त हो जाएगी।
इस मार्केट का काम पिछली दीपावली यानि 5 महीने पहले पूर्ण करने का दावा किया गया था। 5 माह बीतने के बाद भी 100 करीब दुकानों पर ही चद्दर की छत दीवारें लग पाई हैं। अभी भी 50-60 दुकानों पर पतरे की दर्रो-दीवार बनाना बाकी है।
सबसे बड़ा काम शटर लगाने का है। ऐसी परिस्थिति में आने वाले दो-तीन महीनों में भी इसका काम पूर्ण होने की उम्मीद नहीं दिख रही है।
सूत्रों की माने तो कुछ अधिकारी चाहते हैं कि 2023 के आगामी नगरपालिका चुनाव तक इस काम को धीमी गति से चलाते हुए अपूर्ण रखा जाए। दरअसल इस तरह की कवायद दुकान आवंटन पॉलिसी को प्रभावित करने के लिए की जा रही है।
अग्रिम लेकर शुरू किया था काम
नगरपालिका ने जब यह मार्केट का प्लान बनाया था। उस दौरान वित्तीय हालत ठीक थी। कोरोना काल में वित्तीय हालत बिगड़ने के बाद स्ट्रीट वेंडर्स झोन का काम प्रभावित हुआ है।
इसको पूर्ण करने के लिए लॉटरी सिस्टम से दुकानें नंबरों के आधार पर 184 लोगों को स्वीकृत की गई। इनसे पहली किश्त के तौर पर 20-20 हजार यानि करीब 40 लाख रुपये लिए गए। इसके बाद कुछ काम कराया और दूसरी किश्त मांगी गई।
इस दौरान 100 करीब लोगों ने दूसरी किश्त समय पर जमा करवाई। इसके बाद जमा करवाने गए लोगों से सीएमओ का आदेश नहीं है, कहकर किश्तें नहीं ली जा रही हैं। दो मर्तबा में लोगों से करीब 50 लाख रुपये जुटाए गए। इसके बावजूद निर्माण कार्य आज भी अपूर्ण है।
फ्रंट पर दे सकते हैं 15 दुकानें
स्ट्रीट वेंडर्स झोन मोहन टॉकिज पर मोदी पंप के सामने लिंक रोड पर बसाया जा रहा है। 169 पतरे दुकानों के निर्माण से स्थान पूर्ण हो गया है। ऐसी स्थिति में सेहता हॉस्पिटल के सामने अतिक्रमण करके गुमटी संचालित करने वाले लोगों को हटाकर शेष 15 दुकानें यहां बनाई जा सकती है।
फिलहाल काम बंद है
स्ट्रीट वेंडर्स झोन निर्माण का काम धरमपुरी की बसारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास में है। कंपनी का लाखों रुपये नगरपालिका के ऊपर विभिन्न निर्माण कार्यों का बकाया है। निकाय ने स्ट्रीट वेंडर्स झोन के नाम से अग्रिम उगाए गए 50 लाख रुपये में आंशिक भुगतान किया जिसके बाद काम शुरू हुआ, लेकिन शेष पैसा ना मिलने के कारण काम फिलहाल बंद है।
48 ठेकेदारों को काम ना शुरू करने पर दिया नोटिस
स्ट्रीट वेंडर्स झोन निर्माण का काम बंद पड़ा है। इधर नगरपालिका ने 40 करीब ठेकेदारों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया है। दरअसल यह वह ठेकेदार हैं जिन्होंने 2020 में शहर में सीसी रोड नाली निर्माण से लेकर कई निर्माण कार्यों के लिए ठेके लिए हैं।
इनमें से अनेकों लोगों ने अनुबंध भी कर लिए थे। इसके बावजूद नगरपालिका की वित्तीय हालातों को देखते हुए काम शुरू नहीं किया गया था। शहर के वार्डों के लंबित कामों को पूर्ण कराने के लिए इन्हें नोटिस जारी किया गया है।
ठेकेदार इसके बाद भी यदि काम शुरू नहीं करते हैं तो पुन: टेंडर जारी किए जाएंगे। वहीं ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड भी किया जा सकता है।