नरसिंहपुर। पुलिस ने विभिन्न राज्यों के लोगों से छह करोड़ रुपये की सायबर ठगी करने वाले छह आरोपियों को दबोच कर उनके कब्जे से एक कार, एटीएम कार्ड, पासबुक, चैकबुक एवं 6 मोबाइल जब्त किए हैं। सायबर ठगी के इन आरोपियों से अलग-अलग लगभग 35 बैंक खातों में 5 करोड़ 81 लाख रुपये का लेन-देन पाया गया है।
मामले में खुलासा करते हुए एसपी अमित कुमार ने बताया कि पिछले पखवाड़े 9 मई को गोटेगांव बैलहाई के शिवम कहार (21 वर्ष) पिता सुनील कहार ने थाना गोटेगांव में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि कमलेश पटेल निवासी गोटेगांव द्वारा लोन दिलाने एवं सिबिल स्कोर अच्छा करने का लालच देकर मुझसे यूनियन बैंक एवं एक्सेस बैंक में खाता खुलवाकर खाता नंबर एवं एटीएम कार्ड, पासवर्ड लेकर मेरे खाते से मेरी अनुमति के बिना एक्सेस बैंक के खाते से 8-9 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन कमलेश पटेल एवं इनके साथियों द्वारा कर लिया गया है।
गोटेगांव पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ़ अपराध क्रमांक 384/23 धारा 420, 467, 120 बी भादवि के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। इस मामले में गठित टीम ने मुखबिर एवं तकनीकी माध्यमों के इस्तेमाल से आकाश पिता मनीष सिंह राजपूत को गोसलपुर जिला जबलपुर से, शिवम उर्फ ब्रजेश राजपूत को पशु चिकित्सालय गोटेगांव के सामने से, अश्विनी पटेल को ग्राम कुम्हड़ाखेडा से, अनिल उर्फ छोटू पटेल को बैलहाई गोटेगांव से, अमन नोरिया को आजाद वार्ड गोटेगांव से एवं अवधेश राणा राजपूत को ग्राम गोंहचर गोटेगांव को दबोच लिया गया और उनसे एक कार, एटीएम कार्ड, पासबुक, चैकबुक एवं 6 मोबाइल जब्त किए गए।
ऐसे करते थे ठगी की वारदात –
दबोचे गए युवकों के द्वारा गोटेगांव एवं आसपास को लोगों को यह कहकर खाते खुलवाए गए कि हम आपको लोन दिलवायेंगे और सिबिल स्कोर बढ़वा देंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा राशि का लोन मिल सके।
इस प्रकार लोगों के खाते खुलवाकर बैंक से एटीएम कार्ड दिलवाए गए। फिर मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करवाकर सिम, एटीएम एवं खाता वह अपने साथी आकाश राजपूत को बेचते थे जिन खातों में अनाधिकृत लेन-देन किया जाता था जिसकी जानकारी खाताधारकों को नहीं होती थी।
आरोपी युवकों द्वारा गोटेगांव एवं आसपास के गांव के लोगों के अलग-अलग करीब 35 बैंक खाते खुलवाकर इन खातों में मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, राजस्थान, पंजाब, हरिणाया के लोगों के साथ धोखाधड़ी कर कुल 6 करोड रुपयों का अनाधिकृत लेन-देन किया गया।
जिन खातों को सायबर टीम द्वारा फ्रीज कराया गया है उनमें लगभग 2 लाख 82 हजार रुपये की राशि फ्रीज कराई गई है। शेष राशि आरोपियों द्वारा खर्च कर खुर्द-बुर्द कर दी गई।