भोपाल। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऐलान किया है कि कृषि कानूनों के खिलाफ अब सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा।
कमलनाथ ने कहा कि इसके लिए 15 जनवरी को मध्यप्रदेश के सभी जिलों में दोपहर 12 से 2 बजे तक चक्काजाम किया जाएगा। साथ ही 23 जनवरी को किसानों की अगुवाई में राजभवन का घेराव किया जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए गुरुवार को कमलनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को खत्म करने का काम कर रही है। कृषि कानूनों की बुनियाद ही कमजोर है। इस कानून का केवल हम ही नहीं बल्कि एनडीए के घटक दल भी विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह एमएसपी खत्म करने वाला कानून है।
Live : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के राजीव गांधी सभागृह में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये। https://t.co/pvUNGCAeK0
— MP Congress (@INCMP) January 7, 2021
उन्होंने कहा कि सरकार के इस कानून से किसान कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग के लिए मजबूर हो जाएगा। मध्यप्रदेश की 70 फीसदी अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। इसके बावजूद मध्यप्रदेश में 20 फीसदी किसानों को ही एमएसपी का फायदा मिलता है। इससे सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश के किसान प्रभावित होंगे।
वहीं, एक सवाल के जवाब में पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक बार फिर दोहराया कि वे मध्यप्रदेश में ही राजनीति करेंगे। उन्होंने कहा कि पद का कुछ नहीं कह सकता, लेकिन एमपी में ही रहूंगा। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा और अरुण यादव भी मौजूद रहे, लेकिन तीनों नेताओं में से किसी ने कुछ नहीं बोला।