इंदौर। मालवा क्षेत्र से भी कांग्रेस नेताओंं का भारतीय जनता पार्टी में जाना जारी है। महू तहसील के कांग्रेस नेता वीरेंद्र आंजना भी अब भाजपा की इसी गाड़ी में सवार हो चुके हैं।
उन्होंने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली। आंजना ने सांवेर में तुलसी सिलावट के लिए प्रचार पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है।
इस दौरान महू में पिगडंबर क्षेत्र के भाजपा नेता कंचन सिंह चौहान भी मौजूद रहे।
वीरेंद्र आंजना महू तहसील में कांग्रेस पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनकी तीन पीढ़ियां कांग्रेस में ही रहीं हैं।
आंजना पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत पाल के कट्टर समर्थक रहे हैं। हेमंत पाल खुद भी पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के विरोधी माने जाते हैं।
पार्टी से पिछले कुछ महीनों में मुकेश शर्मा सहित कई नेता-कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी का रुख कर चुके हैं। हालांकि इनमें जमीनी पकड़ रखने वाले कम ही नाम हैं।
इसके बावजूद आंजना का जाना कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं है। खबरों की मानें तो पार्टी के स्थानीय नेतृत्व में कई नेता कार्यकर्ता इन दिनों नाराज चल रहे हैं।
दरअसल आंजना की नाराजगी की वजह पिछले साल महू मंडी परिसर में हुआ एक कार्यक्रम है जहां कांग्रेस के एक गुट का आयोजन में हावी रहा।
तत्कालीन मंत्री बाला बच्चन के मौजूदगी में ही इस कार्यक्रम में हुए इस कार्यक्रम में कांग्रेसियों में मारपीट तक की नौबत आ गई। इस दौरान कई नेताओं को अपमानित होना पड़ा था। इनमें वीरेंद्र आंजना भी थे।
वीरेंद्र आंजना के कहते हैं कि
महू विधायक और मंत्री उषा ठाकुर की कार्यशैली से प्रभावित होकर वे भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके अलावा उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जोड़ी से भी काफी उम्मीदें हैं। आंजना ने कहा कि तहसील में उनके समाज के वोट बड़ी संख्या में हैं और वे अपने प्रभाव से कांग्रेस का नुकसान करने की पूरी कोशिश करेंगे।
वहीं आंजना के जाने से और इस मामले में स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व पर उठ रहे सवालों पर पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार खास चिंतित नजर नहीं आए। दरबार के कहा
आंजना कोई बड़े नेता नहीं है जो कांग्रेस के वोटों का नुकसान कर दें, वे कभी कांग्रेस पार्टी में थे ही नहीं वे तो हमेशा पार्टी के विरोध में काम करते थे। यही वजह थी कि मंत्री बाला बच्चन के सामने हुए कार्यक्रम में कार्यकर्ता उनसे नाराज थे। मेरा दावा है कि उनके जाने के कारण कांग्रेस पार्टी को एक वोट का भी फर्क नहीं पड़ेगा।