स्टेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम द्वारा गुरुवार, 12 नवम्बर की शाम मुरैन-अंबाह में तीन अलग-अलग जगह बने गोदामों पर छापेमारी कर करीब 21 लाख रुपए के के घातक रसायन जब्त किए हैं। एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में सिंथेटिक दूध बनाने वाले खतरनाक कैमिकल व अन्य सामग्री पकड़ी है। जिस सोनू अग्रवाल के यहां यह छापा पड़ा है उसके यहां एक साल पहले भी नकली दूध बनाने वाले कैमिकलों का जखीरा पकड़ा गया था।
सोनू अग्रवाल के खिलाफ 19 जुलाई 2019 को भी कार्रवाई हुई थी और आरोपी सुनील उर्फ सोनू अग्रवाल को जेल भेजा गया था। तीन महीने की जेल काटकर वह वापस आया और फिर से वही कारोबार शुरू कर दिया।
खबर के अनुसार, ग्वालियर से एसटीएफ डीएसपी रोशनी ठाकुर व निरीक्षक चेतन सिंह की अगुआई में 10 अधिकारी-कर्मचारियों की टीम गुरुवार शाम सवा 6 बजे के करीब अंबाह में पहुंची। एसटीएफ टीम के साथ मुरैना फूड सेफ्टी विभाग के कर्मचारी व पुलिस बल भी मौजूद था। टीम ने सबसे पहले जग्गा चौराहा पर दो अलग-अलग जगह बने गोदामों में छापा मारा जहां, कास्टिक पाउडर, हाइड्रोजन परऑक्साइट, माल्टो डेस्टरिन पाउडर, लिक्विड शेंपू, स्किम्ड मिल्क पाउडर, पारबीड्रॉल जैसे कैमिकल का जखीरा मिला।
इसके बाद गल्ला मंडी के पास बने एक गोदाम की शटर खुलवाई तो वहां भी यहीं कैमिकल मिले। यह गोदाम अंबाह निवासी सोनू अग्रवाल के बताए गए हैं। पूछताछ में सामने आया है कि सोनू शर्मा सिंथेटिक दूध बनाने वाले इन खतरनाक कैमिकलों को जिनमें कास्टिक सोडा तक है, इसे मुरैना ही नहीं ग्वालियर, भिंड व श्योपुर तक के डेयरी संचालकों को सप्लाई करता है। कैमिकलों की जब्ती व सेंपलिंग के बाद सोनू अग्रवाल के खिलाफ आगे की कार्रवाई होगी।