मुरैनाः रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने तीन बहनों को कुचला, एक की मौके पर ही हो गई मौत


नेशनल हाइवे धौलपुर रोड पर हुए इस हादसे के बाद गुस्साई जनता ने रोड पर जाम लगा दिया। लोगों के इस विरोध को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पुलिस ने रेत माफिया के साथ-साथ वन विभाग के डंपर ड्राइवर पर भी एफआईआर दर्ज की है।


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चम्बल Published On :
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मुरैना। अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली का चालक एक बहन को कुचलते हुए और दो को टक्कर मार कर मौके से भाग निकला। इस दर्दनाक हादसे में एक बहन की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य दो बहनें घायल हैं।

नेशनल हाइवे धौलपुर रोड पर हुए इस हादसे के बाद गुस्साई जनता ने रोड पर जाम लगा दिया। लोगों के इस विरोध को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पुलिस ने रेत माफिया के साथ-साथ वन विभाग के डंपर ड्राइवर पर भी एफआईआर दर्ज की है।

इस हादसे से गुस्साए ग्रामीण व मृतका के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों के हाइवे की एक साइड पर शव रख दिया और दूसरी साइड पर ट्रैक्टर-ट्राली खड़ी करके आवागमन बंद कर दिया गया, जिसके कारण घिरौना मंदिर से चंबल नदी की ओर और मंदिर से मुरैना शहर की ओर हाइवे की दोनों साइडों पर दो-दो किलोमीटर से ज्यादा दूर तक वाहनों की कतार लग गई।

जाम लगने की खबर मिलने के बाद सीएसपी अतुल सिंह, सिविल लाइन टीआई विनय यादव आदि अफसर जाम स्थल पर पहुंचे और उन्होंने कार्रवाई का भरोसा देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाने के साथ ही जाम खुलवाया।

जानकारी के मुताबिक, भिंड जिले की तीन सगी बहनें ममता (28 वर्षीय) पत्नी शिवकुमार लोधी, सुनीता (40 वर्षीय) पत्नी रामवरन लोधी और मंजू (35 वर्षीय) पत्नी बल्लभ सिंह लोधी, घिरौना मंदिर के पास स्थित सांगोलिया का पुरा गांव में रहने वाले अपने जीजा रामवरन सिंह लोधी के यहां आई थीं।

तीनों बहनें भिंड में अपने घर जाने के लिए निकली थीं और हाइवे किनारे गाड़ी का इंतजार करने के लिए खड़ी हुई थीं। तभी चंबल पुल की ओर से अवैध रेत से भरी कुछ ट्रैक्टर-ट्रॉली तेज रफ्तार में आई।

कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चंबल नदी से अवैध उत्खनन करके निकाले गए रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के पीछे वन विभाग की गाड़ी लगी थी और आगे वन विभाग का ही डंपर जा रहा था।

ज्ञानतीर्थ मंदिर के सामने वन विभाग के डंपर के ड्राइवर ने रेत के ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने के लिए हाइवे पर डंपर को रोक दिया, जिससे साइड लेकर भागने के चक्कर में ट्रैक्टर-ट्रॉली का संतुलन बिगड़ गया।

संतुलन बिगड़ने की वजह से गाड़ी हाइवे से उतरकर किनारे पर आ गई, जहां घर के दरवाजे पर खड़ी सुनीता लोधी और मंजू लोधी को टक्कर मारने के बाद तेज रफ्तार में ममता लोधी को कुचलते हुए निकल गई। सिर पर टायर चढ़ने से ममता की मौके पर ही मौत हो गई।

वहीं, इस घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि

रेत के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के आगे वन विभाग का एक डंपर चल रहा था, पीछे दो गाड़ियां थीं, जिनमें एक डीएफओ की और एक गाड़ी पुलिस की थी। डंपर के ड्राइवर ने घिरौना मंदिर के निकलते ही ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने के लिए हाइवे पर ब्रेक लगा दिए, जिससे बचकर निकलने के चक्कर में ट्रैक्टर-ट्रॉली ने महिला को कुचल दिया। इसके बाद पीछे से आ रहा वन विभाग का डंपर भी महिला को कुचलता हुआ निकल गया और उसके पीछे वन विभाग के अफसर व पुलिस वाहन भी मुरैना की ओर चले गए।

दूसरी तरफ, डीएफओ अमित निकम का दावा है कि उनकी टीम तो कैलारस में थी और वह ऑफिस में बैठे हुए थे। वहीं, पुलिस के वाहन को लेकर कोई कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं है।


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