विजयपुर उपचुनाव में अनियमितताओं और दलितों पर हमलों के विरोध में कांग्रेस ने भोपाल में किया प्रदर्शन


मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में विजयपुर उपचुनाव में हुई अनियमितताओं और दलित बस्ती में हुई हिंसक घटनाओं के लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए नारेबाजी की गई।


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भोपाल Updated On :

मध्यप्रदेश के विजयपुर उपचुनाव में 13 नवंबर को मतदान के दौरान हिंसा और अनियमितताओं के आरोपों के बीच राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। कांग्रेस ने 37 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की थी, जिसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया। इसके अलावा, पार्टी ने 40 सरकारी कर्मचारियों को मतगणना ड्यूटी से हटाने की मांग की, लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब 23 नवंबर को होने वाली मतगणना से पहले, कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में जोरदार प्रदर्शन किया।

भोपाल में कांग्रेस का प्रदर्शन

मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में विजयपुर उपचुनाव में हुई अनियमितताओं और दलित बस्ती में हुई हिंसक घटनाओं के लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए नारेबाजी की गई। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने एमपी नगर के एसडीएम एलके खरे को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कांग्रेस ने चुनावी हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं और उनके समर्थकों ने मतदान को अनुचित तरीके से प्रभावित करने के लिए हिंसा और धमकी का सहारा लिया।

गोहटा गांव में हिंसा और अंबेडकर प्रतिमा खंडित

कांग्रेस का कहना है कि विजयपुर विधानसभा के गोहटा गांव में मतदान के बाद दलित बस्ती में तोड़फोड़ की गई, फसलों को नष्ट किया गया और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया गया। यहां स्थापित बीआर अंबेडकर की प्रतिमा को भी खंडित कर दिया गया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हिंसा के चलते गांव के लोग शिकायत दर्ज कराने में भी डर रहे हैं और इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।

कांग्रेस ने उठाई सुरक्षा की मांग

ज्ञापन में कांग्रेस नेताओं, जिनमें महामंत्री अवनीश भार्गव और भोपाल जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष अनोखी मान सिंह शामिल थे, ने आरोप लगाया कि आदिवासी और दलित समाज ने बीजेपी प्रत्याशी का समर्थन नहीं किया। इस वजह से बीजेपी के समर्थकों ने अंचल में हिंसा और नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया।

पार्टी ने राज्यपाल से अंबेडकर प्रतिमा को खंडित करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने, गोहटा गांव के निवासियों को सुरक्षा देने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की मांग की। कांग्रेस ने यह भी कहा कि प्रदेश में कमजोर और वंचित वर्गों को निर्भयता से जीवन यापन करने का माहौल प्रदान किया जाए। विजयपुर उपचुनाव में हुई हिंसा और अंबेडकर प्रतिमा तोड़े जाने की घटनाओं ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। कांग्रेस ने इन घटनाओं को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं और राज्यपाल के माध्यम से न्याय की मांग की है। अब सभी की निगाहें 23 नवंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं, जो इस विवादित चुनाव के परिणाम को तय करेगी।



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