दो चीतों को अभ्यारण्य में छोड़ा गया, नाराज़ हुए वन मंत्री तो खुश हुए प्रधानमंत्री


वन मंत्री ने कहा कि अधिकारियों ने जल्दबाजी में लिया है यह फैसला


DeshGaon
भोपाल Updated On :

भोपाल। नामीबिया से श्योपुर के कूनो पालपुर अभ्यारण्य में लाए गए 8 चीतों की क्वारंटाइन अवधि खत्म हो चुकी है। चीतों को अब अभ्यारण्य में छोड़ना शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में 2 चीतों को शनिवार की शाम कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया, अन्य 6 को भी अगले कुछ दिनों में क्वारंटीन बाड़े से आजाद कर दिया जाएगा। वन विभाग के अफसरों ने इसकी जानकारी वन मंत्री विजय शाह को नहीं दी। जिसके बाद उन्होंने अपनी नाराजगी सार्वजनिक तौर पर ज़ाहिर की वहीं प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी ने इस कदम का स्वागत किया है। उल्लेखनीय है कि मोदी ने अपने जन्मदिन पर यह चीते भारत लाए गए थे। मोदी ने ही इन्हें शुरुआती बाड़े में छोड़ा था और बाद में इन्हें खुले जंगल में छोड़ा जाना था लेकिन इस काम में लगातार देरी होती रही।

मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि, ‘अफसरों ने जल्दबाजी में और मनमाने ढंग से यह फैसला किया है, इससे चीतों की जान खतरे में पड़ सकती है। वहां मौजूद तेंदुओं से टकराव की आशंका है। जिन चीतों के भारत की धरती पर लाने के लिए देश ने 70 साल लंबा इंतजार किया है, उनकी सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। उनके बारे में जल्दबाजी और जनप्रतिनिधियों को सूचना दिए बगैर कोई काम करना गैर जिम्मेदाराना है।’

इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘अच्छी खबर है! मुझे बताया गया है कि अनिवार्य क्वारंटीन के बाद, 2 चीतों को कुनो निवास स्थान में और अनुकूलन के लिए एक बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है। अन्य को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा। यह जानकर भी खुशी हुई कि सभी चीते स्वस्थ और सक्रिय हैं, कूनो नेशनल पार्क की जलवायु के साथ अच्छी तरह से तालमेल बिठा रहे हैं।’

भारत में ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत 8 नामीबियाई चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के दिन कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। खुद प्रधानमंत्री ने इन्हें बाड़े में छोड़ा था। अब दो चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है, जो और बड़े एरिया में आसानी से घूम फिर पाएंगे। ये चीते 80 दिन बाद अब शिकार कर सकेंगे।

दरअसल, कूनो नेशनल पार्क में चीतों को बड़े बाड़े में एक खूंखार तेंदुए से खतरा बताया जा रहा है। चीतों की जिस बड़े बाड़े में शिफ्टिंग हो रही है, उसमें एक तेंदुआ है। उसे पकड़ने की तमाम कोशिशें नाकाम रहीं। नतीजा- 30 दिन में बड़े बाड़े में शिफ्टिंग का प्लान अटक गया। हालांकि दो चीते छोड़ दिए गए हैं।


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