भोपाल। विदिशा में बेटी और पिता द्वारा खुदकुशी के मामले में गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। जब छेड़छाड़ का विषय सामने आया था तो शिकायत दर्ज कर समन भेज दिया गया था।
उसके बाद में जब लड़की द्वारा खुदकुशी की घटना सामने आई थी तो 306 के तहत केस दर्ज करके सुदीप धाकड़ को जेल भेज दिया था। धाकड़ के जेल से छूटकर आने के बाद लड़की के पिता द्वारा खुदकुशी की घटना सामने आई थी।
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस मामले में आरोपी पर वापस कायमी कर, मुख्य आरोपी सुदीप धाकड़ और उसके साथी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया गया है। नटेरन थाना प्रभारी सुनील मैहर और हेड कांस्टेबल राकेश शर्मा को लाइन अटैच किया गया है।
मैं आज भोपाल से निर्देश दे रहा हूं कि डीआईजी स्तर का अधिकारी साथ टीम को लेकर जाएंगे और तीन दिन के अंदर इस पूरी घटना की रिपोर्ट करेंगे। रिपोर्ट आने के बाद में जो-जो और दोषी निकलेंगे उसमें से किसी को नहीं बख्शा जाएगा।
विदिशा की घटना दुखद है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ टीआई और हेड कॉन्स्टेबल को लाइन अटैच कर दिया गया है।
पूरे मामले की जांच डीआईजी स्तर के अधिकारी करेंगे और तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेंगे। pic.twitter.com/YwU4mwwjyl
— Dr Narottam Mishra (Modi Ka Parivar) (@drnarottammisra) July 8, 2023
बता दें कि डेढ़ माह पहले दुपारिया निवासी रक्षा गोस्वामी ने गांव के ही युवक सुदीप धाकड़ और उसके दोस्तों पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसके बाद रक्षा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
रक्षा ने एक सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें अपनी आत्महत्या के लिए सुदीप और पांच अन्य लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर सिर्फ सुदीप को गिरफ्तार किया था, शेष पांच आरोपी बाहर थे।
सुदीप को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन कुछ दिनों पहले ही वह जमानत पर बाहर आकर शिकायत वापस लेने के लिए रक्षा के पिता धीरेंद्र गोस्वामी को धमकाने लगा था। इसी से परेशान होकर दो दिन पहले धीरेंद्र गोस्वामी ने भी फांसी लगा ली थी।
मृतक धीरेंद्र गोस्वामी ने भी अपने सुसाइड नोट में तीन भाजपा नेताओं भगवान सिंह धाकड़, कल्याण सिंह और राजेश धाकड़ के नाम लिखे थे। इसी घटना के विरोध में एक दिन पहले यानी शुक्रवार को स्वजनों और ग्रामीणों ने विदिशा शहर में सड़क पर शव रखकर चक्काजाम किया था।