भोपाल। शहर के गोविंदपुरा इलाके में कोरोना वायरस से बचाव के लिए इस्तेमाल होने वाले हैंड सैनिटाइजर को नशे के तौर पर पीने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई।
गुरुवार की देर रात 70 वर्षीय अमरनाथ पिता बद्रीनाथ की हैंड सैनिटाइजर पीने के कारण मौत हो गई। 70 वर्षीय अमरनाथ को तबियत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। इससे पहले उसके ही रिश्तेदार दो लोगों की भी सैनिटाइजर के पीने की वजह से बुधवार को मौत हो गई थी।
गोविंदपुरा थाने के एएसआई रामसंजीवन वर्मा ने बताया कि
तीन लोगों की मौत के बाद उस सैनिटाइजर की बोतल को जब्त कर जांच के लिए भेजा गया है। यह पता करना जरूरी है कि आखिरकार इस सैनिटाइजर में क्या मिला है, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। जांच से द्रव्य में जहरीले पदार्थ का स्तर भी पता चल सकेगा।
जानकारी के मुताबिक, गोविंदपुरा थाने के अंतर्गत आने वाले कारगिल झुग्गी-बस्ती में रहने वाला आदिवासी परिवार कचरा और पॉलीथिन बीनने का काम करता है। मंगलवार को कचरा बीनने के दौरान ही उन्हें यह हैंड सैनिटाइजर की बोतल मिली थी।
मंगलवार की रात को धर्मेंद्र (17 वर्ष), उसकी भाभी अरुणा पत्नी सल्लू (22 वर्ष) और 70 वर्षीय रिश्तेदार अमरनाथ ने नशा करने के लिए कचरे में मिला सैनिटाइजर पी लिया था।
देर रात तबियत बिगड़ने के बाद परिजन धर्मेंद्र को बुधवार की सुबह जयप्रकाश अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
वहीं, उसकी भाभी अरुणा को भी तबियत खराब होने के बाद जयप्रकाश अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।