करोड़ों की अवैध वसूली करने वाला चैक पोस्ट बंद, झाबुआ की पिटोल चौकी से बिना डर के गुजर रहे वाहन


गुजरात मॉडल मप्र-गुजरात की सीमा पर है इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट, अवैध वसूली की शिकायतों के बाद पिछले दिनों हुआ था बड़ा बदलाव


आशीष यादव आशीष यादव
भोपाल Published On :

मप्र गुजरात की सीमा पर स्थित पिटोल चेक पोस्ट पिछले दिनो तक तक वाहनों की कतार लगी थी, लेकिन सोमवार को यहां सन्नाटा पसरा था। वाहनों की आवाजाही रोजाना की तरह रही, लेकिन रोकटोक बंद हो गई। अब सारे वाहन सरपट निकलते रहे। भवन और परिसर की सुरक्षा के लिए होमगाई जवानों की तैनाती की गई है। दरअसल शासन ने 1 जुलाई से प्रदेश की सभी चेकपोस्ट बंद करने के आदेश जारी किए थे। इसके बाद से ही पिटोल में स्थित इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट से भी सारे बैरियर और स्टॉफ हटा दिए गए। इसके बाद मप्र से गुजरात और गुजरात से मप्र में आने वाले सारे वाहन बिना कोई रोक-टोक के गुजर रहे है। अब वाहन चालकों को चेकपोस्ट से गुजरने के लिए घंटों इंतजार नहीं करना पड़ रहा है।

प्रतिदिन 3 हजार वाहन गुजरते हैं: पिटोल स्थित इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट से हर दिन ढाई से तीन हजार तक वाहन गुजरते हैं। जबकि महीने के राजस्व वसूली का आंकड़ा करीब एक करोड़ रुपए से  ज्यादा तक था, यह टैक्स और दंड के रूप में वसूला जाता था। इस लिहाज से सालाना राजस्व वसूली का आंकड़ा 12 करोड़ तक पहुंच जाता था। चेक पोस्ट पर देशभर से आने-जाने वाले वाहनों के  दस्तावेजों की जांच के साथ टैक्स एवं कागजातो की कमी पर दंड वसूला जाता था। इस चेक पोस्ट पर परिवहन विभाग के अधिकारी सहित 15 कर्मचारी कार्यरत थे।

तौलकांटा कंपनी के कर्मचारी असमंजस में: पिटोल चेक पोस्ट पर तौलकांटा कंपनी द्वारा आने जाने वाले ओवरलोड एवं अंडरलोड वाहनों की चेकिंग की जाती थी। गाड़ियों के फिटनेस, बीमा टैक्स आदि का भी यहां ऑनलाइन मालूम पड़ जाता था। यहां पदस्थ टोल कंपनी के मैनेजर ने बताया की आदेश के बाद हमारे वरिष्ठ अधिकारी हमें अवगत करवाया उसके बाद से बंद कर दिया। चैकपोस्ट की सुरक्षा के लिए आरटीओ विभाग के भवन एवं परिसर की सुरक्षा के लिए नगर सैनिकों की तैनाती की गई है।ताकि सामाजिक तत्वों द्वारा आरटीओ भवन एवं परिसर को कोई क्षति न पहुंचे।

अब ऐसे होगी जांचः  प्रदेश में सभी जांच चौकियों की जगह रोड सेफ्टी एंड इंफोर्समेंट चैकिंग पाइंट बनाए जाएंगे। कर्मचारियों के रूप में होम गार्ड्स को जिलेवार नियुक्त किया जा रहा है। ओवरलोडिंग चैक करने के लिए मोबाइल वेइंग मशीन मिलेगी। स्टाफ को बॉडी वॉर्न कैमरे दिए जाएंगे। हर गतिविधि इसमें रिकार्ड होगी।

गुजरात से व्यापार बढ़ने की संभावना: ट्रांसपोर्टरों का मानना है कि इस निर्णय से प्रदेश को व्यावसायिक रूप से लाभ मिलेगा। कई बार गुजरात से गाड़ियां माल लेकर आने को तैयार नहीं होती। लेकिन अब उन्हें किसी तरह का डर नहीं होगा। कई बार यहां से भी वाहन गुजरात ले जाने में दिक्कत होती थी। वाहनों को सीमा पर प्रतीक्षा भी नहीं करना पड़ेगी। कई बार चैकिंग के लिए लंबी लाइन लगने से परेशानी होती थी।

अवैध वसूली के साथ धंधेबाजों को झटका: जहाँ एक ओर चेकपोस्ट के नाम पर यहां हर रोज लाखो की अवैध वसूली होती थी जो बंद हो गई वही कागज पूरे होने पर भी यहां वहान चालको को पैसे देने होते थे। साथ ही चेकपोस्ट बंद होने से कई धंधेबाजों और छुटभैये नेताओं को तगड़ा झटका लगा है। बताया जाता है कि वे जोड़ जुगाड लगवाकर ट्रकों को चेक पोस्ट से पार करवाते थे। बदले में ट्रक मालिकों से निर्धारित राशि लेते थे। इसमें पिटोल राजगढ़ झाबुआ के भी कुछ लोग शामिल हैं। हैं। जो नियमित चेक पोस्ट का चक्कर लगाते नजर आते थे।

 

मध्यप्रदेश शासन के आदेश के अनुसार सभी चेक पोस्ट की तरह पिटोल स्थित परिवहन चेक पोस्ट भी बंद कर दिया गया है। आगे शासन का जैसा निर्णय होगा और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जैसा आदेश दिया जाएगा, वैसा काम किया जाएगा।

किशोर सिंह बघेल, प्रभारी, परिवहन चेक पोस्ट पिटोल



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