भोपाल। सतना जिले के दिव्यांग बोर्ड के सदस्य डॉक्टरों ने कलेक्टर से जिले के नगरीय क्षेत्र और विकास खंडों में आयोजित शिविरों में उनकी ड्यूटी ना लगाए जाने की अपील की है। डॉक्टरों की यह अपील जिले के एक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि के व्यवहार के कारण है। जिन्होंने दिव्यांग बोर्ड के डॉक्टरों पर अनुचित दबाव बनाया।
दिव्यांग बोर्ड के इन डॉक्टरों ने अपने इस आवेदन में लिखा है कि एक जनप्रतिनिधि द्वारा उनपर दबाव बनाकर अभ्यार्थी दिव्यांगों के प्रमाण पत्र में दिव्यांगता का प्रतिशत बढ़ाने के लिए कहा गया था। इस मामले पर अब प्रदेश के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने की अपील की है। डॉक्टरों ने अपने पत्र में किसी जनप्रतिनिधि का नाम तो नहीं लिखा थे लेकिन अजय दुबे के मुताबिक सतना के सांसद गणेश सिंह ने डॉक्टरों पर यह दबाव बनाया था। दुबे ने डॉक्टरों का शिकायती पत्र भी साझा किया है।
डॉक्टरों के शिकायती पत्र के मुताबिक 3 दिसंबर 2020 को शहर के बीटीआई ग्राउंड में समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरित करने का शिविर लगाया गया था।इस शिविर में दिव्यांग बोर्ड के डॉक्टरों की भी ड्यूटी लगाई गई थी।
डॉक्टरों के अनुसार वरिष्ठ जनप्रतिनिधि ने यह दबाव इसलिए बनाया ताकि दिव्यांगों को अधिक से अधिक संख्या में उपकरण या दूसरी सहूलियतें दी जा सकें। डॉक्टरों के लिखा कि यह दबाव पूरी तरह अनुचित था और इससे जनप्रतिनिधि के साथ कई दूसरे दिव्यांग और उनके परिजन भी डॉक्टरों पर दबाव बनाने लगे। इससे वहां डॉक्टरों में एक डर का माहौल बन गया। शिकायत के मुताबिक ऐसे माहौल में सामान्य रूप से काम करना आसान नहीं था।
इस आवेदन में सात डॉक्टरों ने अपन हस्ताक्षर किये हैं। इनमें जिले डॉ. एए सिद्दीकी, डॉ. अरुण त्रिवेदी, डॉ.पीडी अग्रवाल, डॉ. अतीक खान, डॉ. सुजीत मिश्रा, डॉ. एसपी तिवारी, डॉ. आरएन सोनी ने हस्ताक्षर किये हैं। इन डॉक्टरों ने कलेक्टर से अपील की है कि किसी भी शिविर में उनकी ड्यूटी न लगाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने के लिए कहा है।