भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों के पीछे कुछ शिकारी भी पहुंच गए हैं। वन विभाग में इस इलाके से एक शिकारी को बंदूक और विस्फोटक के साथ पकड़ा है। विभाग के मुताबिक कूनो नेशनल पार्क के आसपसव शिकारी सक्रिय है। और ऐसे में वन विभाग भी अलर्ट पर है। हालांकि इस आरोपी को यहां से गिरफ्तार किया गया है वह शिवपुर जिले का ही निवासी है।
वन्य अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पकड़े गए शिकारी का नाम आलम मोगिया है वह जिले की करहल तहसील में कटीला का रहने वाला है। अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने गिरफ्तारी से पहले अपने हथियारों को कूनो नदी के किनारे रेत में दबाकर छुपा रखा था और सख्ती से पूछताछ के बाद उसने रेत में गाड़े गए सभी हथियारों की जानकारी दी है। इस आरोपी शिकारी पर वन विभाग की टीम ने वर्ल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 की धारा के तहत सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
वन विभाग के कर्मचारियों की पूछताछ के दौरान आलम मोगिया ने बताया कि वह चीतल का शिकार करने के लिए कूनो आया था। वन कर्मियों की मानें तो वह चीतों की लोकेशन वाले एरिया से करीब 15 किलोमीटर दूर से पकड़ा गया है, इसलिए उससे चीतों को कोई खतरा होने की संभावना नहीं है। अधिकारियों के मुताबिक चीता को एक बार फिर बसाने की परियोजना शुरू होने के बाद से अब तक गिरफ्तार किए गए सभी चार शिकारी मांसाहारी जानवरों को मारने में शामिल नहीं थे।
वनमंडल अधिकारी पीके वर्मा ने कहा, ‘‘हमने मोगिया से पूछताछ की। उसका किसी भी बड़े शिकारी गिरोह से कोई संबंध नहीं है।’’ बता दें कि दिसंबर 2022 में एक बाघ का शव मध्य प्रदेश के पन्ना बाघ अभयारण्य के पास एक क्लच-वायर के फंदे में एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया था। अधिकारियों को संदेह था कि उसकी मौत में शिकारियों का हाथ है। हालांकि, शिकारी पकड़े नहीं गए।