कमलनाथ ने निकाय चुनाव से पहले ईवीएम पर उठाए सवाल, बोले- बैलेट पेपर से कराए जाएं चुनाव

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भोपाल Published On :
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भोपाल/इंदौर। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय और पंचयात चुनाव से पहले सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ईवीएम को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

उन्होंने कहा कि ईवीएम की बजाय सरकार बैलेट पेपर से चुनाव कराए। जब अमेरिका में बैलेट पेपर से चुनाव हो सकते हैं तो भारत में क्यों नहीं हो सकते?

मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने गुना में शिकारी और पुलिस मुठभेड़ केस में कहा कि एमपी में कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है, सरकार को ध्यान देने की जरूरत है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि ”बीजेपी सिर्फ ईवीएम के दम पर 300 सीटें जीतती है। कमलनाथ ने कहा हमारी सरकार बनी तो हम इलेक्शन कमीशन से मांग करेंगे कि चुनाव ईवीएम से न कराए जाएं। अमेरिका, यूरोप, जापान में ईवीएम नहीं है,जर्मनी ने ईवीएम से चुनाव न होने के लिए संविधान में संशोधन किया है। इसलिए भारत में चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएं क्योंकि इस में लोगों को शक हैं।”

कमलनाथ ने कहा कि ”कुछ देशों में बटन दबाने पर बैलेट निकल कर आता है, जिसे बैलेट बॉक्स में डाला जाता है, यहां क्या बटन दबा रहे किसे वोट पड़ रहा क्या रिजल्ट आ रहा है पता नहीं चलता है, इसलिए ईवीएम से चुनाव क्यों करवाए जा रहे हैं, कमलनाथ का कहना है कि ईवीएम में कमी है, इसलिए चुनाव ईवीएम से नहीं करवाए जाए।”

धर्मांतरण मामले में गृहमंत्री ने इंटेलिजेंस को प्रदेश के सभी मिशनरी स्कूल पर नजर रखने को कहा –

भोपाल में सामने आई धर्मांतरण की घटना के बाद मध्यप्रदेश में संचालित सभी मिशनरी स्कूल सरकार की रडार पर आ गए हैं। भोपाल के क्राइस्ट मेमोरियल स्कूल की घटना को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का सोमवार सुबह बड़ा बयान आया।

उन्होंने कहा कि तत्काल एफआईआर कर दी गई है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में जितने भी मिशनरी स्कूल हैं, उनके अंदर इस तरह की गतिविधियां तो नहीं हो रही हैं, इसके लिए हमने इंटेलिजेंस को नजर रखने को कहा है।

राजगढ़ में दलित की बारात रोकी और किया पथराव, पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे –

राजगढ़ के पिपलिया कला गांव में दबंगों ने दलित की बेटी की बारात को नहीं आने दिया। आरोपियों ने शादी का टेंट उखाड़ फेंका। जब पुलिस के साथ बारात गांव में पहुंची तो पथराव कर दिया। जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ना पड़े।

इसके बाद गांव में भारी पुलिस फोर्स पहुंचा। एसपी और कलेक्टर भी रात में पहुंचे। यह वही गांव है, जहां कुछ दिन पहले दिग्विजय सिंह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा की थी। सीएं चौहान को यहां आदिवासी महिला ने शबरी की तरह बेर खिलाए थे।


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