विद्या बालन के साथ डिनर करना चाहते थे मंत्री विजय शाह, ना किया तो फिल्म यूनिट की गाड़ियां रोक दीं.. कांग्रेस ने उठाया मुद्दा


अखबार में प्रकाशित जानकारी के मुताबिक फिल्म प्रोडक्शन यूनिट ने 20 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक शूटिंग की इजाजत ली थी।इस बीच वन मंत्री ने विद्या बालन से मिलने की इच्छा जताई। इसके बाद मुलाकात के लिए 8 नवंबर का दिन तय किया गया। मंत्री शाम पांच बजे विद्या बालन से मिलने पहुंचे और बातों ही बातों में विद्या के साथ डिनर की इच्छा जताई।


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भोपाल Updated On :

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के वन मंत्री एक बार फिर विवादों में आने लगे हैं। इस बार मंत्री विजय शाह ने फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन को डिनर का न्यौता दिया लेकिन जब डिनर नहीं हो सका तो अगले दिन शूटिंग स्थल के रास्ते में फिल्म यूनिट की गाड़ी रोक दी गई। इस मामले को कांग्रेस पार्टी ने हाथोहाथ लिया है और इसे ट्वीट करते हुए मंत्री विजय शाह एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर सवाल उठाए हैं।

दैनिक भास्कर अखबार की खबर के मुताबिक 8 नवंबर को बालाघाट आई बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन से मिलने विजय शान गए थे जहां उन्होंने विद्या को रात के खाने के लिए आमंत्रित किया विद्या बालन ने इसके लिए असमर्थता जताई। विद्या के इस कदम का असर फिल्म यूनिट पर पड़ा और दूसरा ही दिन बालाघाट साउथ के डीएफओ जी के बरकड़े ने प्रोडक्शन टीम की गाड़ियां रोक दी। इसके बाद मामला शासन स्तर पर पहुंचा और आनन-फानन में सभी गाड़ियों को प्रवेश दिया गया।

मंत्री विजय शाह

अखबार में प्रकाशित जानकारी के मुताबिक फिल्म प्रोडक्शन यूनिट ने 20 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक शूटिंग की इजाजत ली थी।इस बीच वन मंत्री ने विद्या बालन से मिलने की इच्छा जताई। इसके बाद मुलाकात के लिए 8 नवंबर का दिन तय किया गया। मंत्री शाम पांच बजे विद्या बालन से मिलने पहुंचे और बातों ही बातों में विद्या के साथ डिनर की इच्छा जताई। क्योंकि विद्या बालन गोंदिया में ठहरी हुईं थीं ऐसे में उन्होंने डिनर के लिए असमर्थता जताई। इसके दूसरे ही दिन जब फिल्म यूनिट के लोग शूटिंग साइट पर पहुंचे तो साउथ डीएफओ जी.के बरकड़े ने यूनिट की गाड़ियां रोक दीं। मामले की जानकारी अचानक शासन स्तर तक पहुंच गई और तुरंत ही डीएफओ को शूटिंग जारी रखने के लिए निर्देशित किया गया।


अखबार ने इस मामले में मंत्री विजय शाह का पक्ष भी रखा है। जिन्होंने कहा कि विद्या बालन से मुलाकात की बात सही है लेकिन डिनर की व्यवस्था जिला प्रशासन ने की थी।जहां तक बात गाड़ियों को रोकने की है तो उसने यह बात सामने आई कि शूटिंग के दौरान दो जनरेटर जाते थे लेकिन उन्होंने जनरेटर संयुक्त गाड़ियां जंगल में ले जाने की कोशिश की जिसे डीएफओ ने रोका। इस खबर के प्रकाशित होने के बाद मंत्री विजय शाह के खिलाफ आवाजें उठने लगीं हैं।

 


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