वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भोपाल में एक समारोह के दौरान टैक्स पर सवाल उठाने को लेकर अपनी असहमति व्यक्त की। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) के 11वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें टैक्स पर सवाल खड़ा करना पसंद नहीं है। यह समारोह 442 शोधार्थियों की डिग्री वितरण के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उपस्थित थे।
सीतारमण ने स्पष्ट किया, “लोग अक्सर पूछते हैं कि इतने सारे टैक्स क्यों हैं। मैं चाहती हूं कि टैक्स को शून्य पर लाऊं, लेकिन देश की विभिन्न चुनौतियों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के कारण हमें फंड की जरूरत है। हम इस बात का इंतजार नहीं कर सकते कि अन्य हमें पैसे दें; इसलिए, हमें खुद खर्च करना पड़ता है, जिसके लिए बड़ी राशि की आवश्यकता होती है।”
यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने कामकाजी दृष्टिकोण पर सवाल उठाने को लेकर ऐसा बयान दिया है। इससे पहले प्याज की बढ़ती कीमतों पर भी उनका दृष्टिकोण चर्चा में आया था, जब उन्होंने प्याज लहसुन की बढ़ती कीमतों पर उठ रहे सवालों को टालने के लिए कहा था कि वे लहसुन-प्याज नहीं खातीं।