भोपाल/शिवपुरी। मध्यप्रदेश में ब्राह्मणों को भला-बुरा कहने वाले भाजपा से निष्कासित विधायक प्रीतम लोधी के समर्थन में न सिर्फ लोधी समाज के लोग बल्कि ओबीसी महासभा से लेकर एससी/एसटी समाज के लोग भी खुलकर सामने आ गए हैं।
इस बीच लोधी समुदाय का विवाद लगातार गहराता जा रहा है और लोधी समाज के पांच गांव के लोगों ने यह निर्णय लिया है कि वे किसी भी आयोजना में ब्राह्मणों से पूजा पाठ नहीं कराएंगे।
शिवपुरी के कोलारस स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर पार्क में गुरुवार को ओबीसी महासभा द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में एसटी/एससी व ओबीसी समाज के लोग इकट्टा हुए थे।
ओबीसी महासभा के इस मंच से ही 5 गांव में रहने वाले लोधी समाज के लोगों ने ब्राह्मणों को पूजा पाठ में नहीं बुलाने का ऐलान किया।
इन गांवों के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हमने किसी भी पंडित को कथा शादी विवाह व हवन आदि मांगलिक कार्यक्रमों में पूजा पाठ कराने के लिए नहीं बुलाने का फैसला लिया है।
वार्ड क्रमांक 15 के जिला पंचायत सदस्य मनीराम लोधी ने ओबीसी महासभा के भरे मंच पर पंचनामा पढ़ते हुए कहा कि 31 अगस्त को पांच गांव, शंकरपुर, भडोरा, टपरियन, हीरापुर, पुरैनी में रहने वाले लोधी समाज के लोगों ने तालाब महादेव मंदिर शंकरपुर पर एकत्रित होकर यह फैसला लिया है कि सभी लोधी समाज के लोग कथा शादी विवाह व हवन एवं अन्य मांगलिक कार्यों में पंडितों को नहीं बुलाएंगे।
उन्होंने बताया कि यदि कोई भी लोधी समाज का व्यक्ति पंडितों को कार्यक्रमों में बुलाता है तो उस पर लोधी समाज के द्वारा 51 सौ रुपये का दंड लगाया जाएगा। साथ ही साथ संबंधित व्यक्ति को समाज से बहिष्कृत भी किया जाएगा।
इससे पहले ओबीसी महासभा ने एसडीएम को दलित पिछड़ों और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार और अन्याय के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा।
बता दें कि इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि प्रीतम लोधी का उपस्थित होना था, लेकिन तबीयत सही नहीं होने की वजह से उनके बेटे राकेश लोधी ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।
कार्यक्रम के दौरान प्रीतम लोधी के पुत्र राकेश लोधी ने कहा कि अगर लोगों को न्याय नहीं मिला तो उनके पिता प्रीतम लोधी के द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।