सागर/भोपाल। सागर के युवा डॉक्टर शुभम उपाध्याय (26 वर्ष) की बुधवार को भोपाल के चिरायु अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई।
उनके दोनों फेफड़े 90 प्रतिशत से ज्यादा खराब हो चुके थे। उन्हें चेन्नई ले जाना था, लेकिन इसके पहले ही उन्होंने चिरायु अस्पताल भोपाल में दम तोड़ दिया।
डॉक्टर शुभम के इलाज के लिए बुधवार को ही मध्यप्रदेश सरकार ने एक करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की थी, लेकिन ऐसा लगता है कि इसमें सरकार ने देर कर दी।
बता दें कि कोरोना संक्रमित डॉक्टर शुभम के स्वास्थ्य को लेकर सागर में लोग न केवल धन जुटा रहे थे बल्कि उनकी सलामती के लिए दुआएं भी कर रहे थे।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से मार्च 2020 में शुभम उपाध्याय ने अपनी डिग्री पूरी की और देशभर में कोरोना का कहर शुरू हो गया। इस वजह से उन्हें सागर के कोविड सेंटर में ही पहली नियुक्ति मिली।
यहां पर डॉक्टर शुभम कोरोना मरीजों की सेवा में जुट गए। खुद के जान की परवाह किए बिना इलाज करते हुए वे भी 28 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव हो गए।
शुरुआती चार दिन तक सागर में ही उनका इलाज चलता रहा। स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं होता देखकर उन्हें भोपाल लाया गया, लेकिन यहां भी उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता चला गया।
दूसरी तरफ, डॉक्टर शुभम के परिजन आर्थिक रूप से भी परेशान हो गए। ऐसे में सागर के लोगों ने आर्थिक मदद जुटाना भी शुरू कर दी।
हालांकि, मध्यप्रदेश सरकार ने उनके इलाज के लिए पूरा खर्च लगभग एक करोड़ रुपये वहन करने की घोषणा कर दी थी, लेकिन डॉक्टर शुभम की जान नहीं बचाई जा सकी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉक्टर शुभम के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वे और उनकी सरकार डॉक्टर शुभम के परिवार के साथ खड़े हैं।
मन पीड़ा और दुःख से भरा हुआ है।
हमारे जाँबाज #CoronaWarrior डॉ. शुभम कुमार उपाध्याय, जो निःस्वार्थ भाव से दिन और रात एक कर #COVID19 पीड़ितों की सेवा करते हुए संक्रमित हुए थे, उन्होंने आज अपने प्राण न्यौछावर कर दिये।
समाज की सेवा का अद्भुत और अनुपम उदाहरण डॉ. शुभम ने पेश किया। pic.twitter.com/fyivRAJCgz
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) November 25, 2020