भोपाल। प्रदेश में कोरोना की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। संक्रमितों की संख्या दो लाख के आंकड़ें को पहले ही पार कर चुकी है और अब डेढ़ हज़ार तक मरीज हर दिन मिल रहे हैं। प्रदेश सरकार इसे लेकर परेशान है। बीते महीनों में लगातार लॉक डाउन के बाद अब एक बार फिर शहरों में पांबदियां लगाना भी मुश्किल हो रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसे लेकर चिंतित हैं। मुख्यमंत्री इन दिनों प्रतिदिन कोरोना के विषय में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। सोमवार को भी मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर अधिकारियों के साथ बैठक की। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के लिए की गई इस बैठक में कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों और जागरुकता के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी बात की गई। इस बैठक में अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने आज मुख्यमंत्री निवास में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। pic.twitter.com/mhluCPmfnO
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) November 30, 2020
मुख्यमंत्री ने यहां प्रदेश में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली। इसके अलावा इंदौर और भोपाल जिलों में कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था के बारे में भी अधिकारियों से बात की। उन्होंने प्रदेश में संक्रमण की दर कम करने पर विशेष जोर दिया। इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। यहां उन्होंने कोरोना संक्रमण के बारे में जिलेवार समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बेहतर व्यवस्थाओं के लिए सभी विभागों की समीक्षा की बात कही है।
मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी खुद इसे स्वीकार कर चुके हैं। इंदौर और भोपाल जिलों में सबसे गंभीर हालत है। इंदौर में जहां रोजाना पांच सौ से अधिक संक्रमित मिल रहे हैं तो वहीं भोपाल में संक्रमितों की संख्या रोजाना तीन सौ से अधिक है। इंदौर में अब तक 42 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। यहां फिलहाल सबसे अधिक सक्रिय मरीज है।