उपचुनाव का खेल: CM और Ex-CM का आरोप-प्रत्यारोप

DeshGaon
भोपाल Updated On :

उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही एक-दूसरे पर तीखे हमले बोल रहे हैं। इन हमलों में फिलहाल भाजपा का पलड़ा भारी दिखाई देता है क्योंकि उनके हाथ प्रदेश की सत्ता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार चुनावी मोड में बने हुए हैं और उनका तकरीबन हर कदम उपचुनाव को लेकर ही माना जा रहा है।

शनिवार को उन्होंने कांग्रेसी पक्ष पर फिर हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहा कि आपके झूठे वादों से डिफाल्टर बन चुके किसानों को राहत दूं,  उनकी फसल खरीदूं, फसल बीमे से नुकसान का भुगतान करूं, छात्रों को प्रोत्साहन दूं। बेटियों का कन्यादान करूं, स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण दूं या फिल्मी सितारों का मजमा लगाकर तमाशा रचाऊं।

कमलनाथजी हमें जनता का निर्णय शिरोधार्य होगा। हमे न तमाशों की राजनीति आती है न ही ‘तमाचों’ की। हमें तो सिर्फ जनता की सेवा की नीति आती है।

हे ईश्वर! मुझे तुम इतनी शक्ति देना कि हर तरह से मैं मध्यप्रदेश की सेवा कर पाऊं।

जनादेश का अपमान कर, हमारी सरकार बीच में ही गिरा दी गई- कमलनाथ

इसके बाद कमलनाथ की प्रतिक्रिया भी आई और उन्होंने कहा कि जनता ने तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन आपको जनता का निर्णय कहां शिरोधार्य हुआ? सौदेबाजी से लोकतंत्र की हत्या कर, जनादेश का अपमान कर, हमारी सरकार बीच में ही गिरा दी गई।

आपकी सरकार में प्रदेश की पहचान माफियाओं से, मिलावटखोरों से थी। हमने 15 महीने की सरकार में आपके द्वारा सौंपे गए खाली खजाने से किसानों की कर्जमाफी की। माफियाओं, मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाया। प्रदेश में निवेश लाने का काम किया।


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