राजधानी भोपाल के रातीबड़ क्षेत्र में मेंडोरा के जंगलों से इनकम टैक्स विभाग को एक लावारिस गाड़ी से 15 करोड़ रुपये नकद और 55 किलो सोना बरामद हुआ है। यह घटना विभाग द्वारा चलाए जा रहे एक बड़े छापेमारी अभियान का हिस्सा है, जो पिछले दो दिनों से जारी है।
क्या है पूरा मामला?
इनकम टैक्स अधिकारियों को गुप्त सूचना के आधार पर रातीबड़ के मेंडोरा इलाके में एक लावारिस इनोवा क्रिस्टा गाड़ी (नंबर MP 07 BA 688) की जानकारी मिली। गाड़ी की जांच के दौरान उसमें से 15 करोड़ रुपये नकद और दो बैग बरामद हुए। इन बैगों में सोने की ईंटें और बिस्कुट थे, जिनका कुल वजन 55 किलो बताया जा रहा है।
कहां से आया कैश और सोना?
अधिकारियों के मुताबिक, यह गाड़ी जानबूझकर जंगल में छोड़ी गई थी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कैश और सोने को छुपाने की नीयत से यह कदम उठाया गया होगा। इस मामले में अभी तक किसी भी व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन विभाग ने जांच तेज कर दी है।
इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी
भोपाल में बीते दो दिनों से इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई जोरों पर है। विभाग ने कई संदिग्ध परिसरों पर छापे मारे हैं। माना जा रहा है कि यह बरामदगी इसी छापेमारी के दौरान मिली महत्वपूर्ण कड़ियों में से एक है।
एक अधिकारी ने बताया, “यह एक बड़ी बरामदगी है। कैश और सोने के स्रोत और मालिक का पता लगाने के लिए गहन जांच की जा रही है। यह छापेमारी भोपाल के कई स्थानों पर चल रही बड़ी कार्रवाई का हिस्सा है।”
पहले भी हुए हैं ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है जब भोपाल या मध्य प्रदेश में इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं। इससे पहले भी सरकारी अधिकारियों और व्यापारियों के परिसरों पर छापेमारी में बड़े पैमाने पर नकदी और संपत्तियों का खुलासा हुआ है।
इनकम टैक्स विभाग अब इस गाड़ी के मालिक और इसमें रखे धन एवं सोने के असली हकदार की तलाश में है। इसके साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इसका संबंध किसी बड़े कर चोरी या हवाला नेटवर्क से है।
सवाल जो उठ रहे हैं…
- इतनी बड़ी रकम और सोना कहां से आया?
- इसे जंगल में क्यों छोड़ा गया?
- क्या यह किसी आपराधिक गतिविधि से जुड़ा है?
यह मामला न केवल कर चोरी, बल्कि संगठित अपराध और हवाला जैसे गंभीर विषयों की ओर भी इशारा कर रहा है। इनकम टैक्स विभाग की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।