भोपाल। शहर के नगर निगम से जुड़ी दिलचस्प जानकारी सामने आई है जो बताती है कि भले ही निगम के पास आम नागरिकों की मुसीबतों को हल करने के लिए पैसे की कमी हो लेकिन शहर में महापुरुषों की मूर्तियों और माननीयों को माला पहनाने बुके देने के लिए धन की कोई कमी नहीं है। निगम ने अब शहर के नेताओं को माला पहनाने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए का बजट बनाया है।
नगर निगम ने हालही में दो टेंडर जारी किए हैं। इनमें से एक टेंडर फूल, माला और बुके के लिए है। ज़ाहिर है ये सामग्री नेताओं के स्वागत के लिए इस्तेमाल की जाएगी। नगर निगम की कोशिश है कि माननीयों के स्वागत में कोई कमी ना रहे।
इस काम के लिए 2 साल की अवधि का टेंडर जारी किया गया है जिसका बजट तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपए है।
निगम के अधिकारियों के मुताबिक शहर में 67 से अधिक महापुरुषों की प्रतिमाएं हैं। ऐसे में महापुरुषों की इन मूर्तियों की हर महीने में एक बार इनकी साफ-सफाई और धुलाई कर इनमें फूल-मालाएं चढ़ाई जाएं। वहीं इनकी जयंती और पुण्यतिथि पर भी फूल-माला चढ़ाना जरूरी है। इसके अलावा होली, दीपावली, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवसर के अवसर पर इनमें फूल-माला चढ़ाई जाती है। केंद्रीय मंत्रियों का शहर में दौरा होने पर भी इन्हें फूलों से सजाया जाता है। वहीं निगम के भी कई कार्यक्रम होते हैं। प्रतिमा में माला चढ़ाने के लिए दस माला की एक माला बनती है। इसलिए ये कोई अधिक खर्च नहीं है।
इतना ही नहीं पूरी, सब्जी और आचार के लिए निगम ने 50 लाख रुपए का बजट बनाया है। यह टेंडर भी दो साल के लिए है। इस तरह निगम प्रतिमाह सवा चार लाख रुपए की पूरी, सब्जी पर खर्च करेगा।
दिलचस्प बात यह है कि भोपाल शहर में नगर निगम द्वारा यह खर्च उस समय किया जा रहा है जब निगम के पास बिजली का बिल भी नियमित रूप से भरने के लिए पैसे नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों तकरीबन 2 सप्ताह तक भोपाल के लगभग आधे हिस्से की सड़कें अंधेरे में डूबी थी जिसकी वजह थी नगर निगम द्वारा बिजली का बिल ना भरा जाना। जिसके कारण निगम का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था।
बिजली कंपनियों का निगम पर 22 करोड़ बकाया है। जिसमें निगम दो करोड़ ही जमा कर पाई है। मंत्रियों के हस्तक्षेप के बाद कंपनियों ने बिजली तो जोड़ दी, लेकिन बिल अभी भी बकाया है।
बीते दिनों ही चाय-नाश्ते को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ था। दरअसल, बीजेपी पार्षद दल की बैठक में चाय नाश्ते पर ही करीब 3 लाख रुपए खर्च हो गए।