भोपाल। साम्प्रदायिक, कट्टरपंथी, प्रतिगामी ताकतों द्वारा महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और तथाकथित धार्मिक आयोजनों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफ़रत फैलाने वाला भ्रामक दुष्प्रचार करने के प्रतिरोध हेतु राष्ट्रीय सेक्युलर मंच, गांधी भवन और भोपाल की प्रगतिशील, जनवादी, धर्मनिरपेक्ष संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में 3 जनवरी 2022 को स्थानीय गांधी भवन में धरना दिया गया।
इस अवसर पर आम जनता से सदभाव, अमन और भाईचारा कायम रखने की अपील की गई। महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष आयोजित इस धरने की अध्यक्षता गांधी भवन न्यास के सचिव दयाराम नामदेव ने की।
राष्ट्रीय सेक्युलर मंच के संयोजक लज्जाशंकर हरदेनिया ने विषय प्रवर्तन कर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने संबंधी प्रस्ताव प्रस्तुत किया। धरने का संचालन और आभार प्रदर्शन शैलेन्द्र शैली ने किया।
धरने में विशेष रूप से उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी भी शामिल हुए। उन्होंने सांप्रदायिक ताकतों को भारत के संविधान, लोकतंत्र और मानवता के लिए घातक निरूपित करते हुए आम जनता से अमन और भाईचारा कायम रखने की अपील की।
कॉमरेड बादल सरोज ने भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति के दुष्परिणामों का विस्तार से उल्लेख किया। धरने में शामिल लोगों को हाजी हारून साहब, अली अब्बास उम्मीद, रूप सिंह चौहान, आशा मिश्रा, मनोज कुलकर्णी, जावेद अनीस, पूर्णेंदु शुक्ल, चंद्र कांत नायडू, अनीस भाई व माधुरी ने संबोधित किया।
नीना शर्मा ने फैज अहमद फैज की क्रांतिकारी रचना सुनाई। धरने में आयोजक संस्थाओं के सदस्य बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।