भोपाल। इंटर स्टेट काउंसिल की बैठक में भाग लेने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार देर रात करीब एक बजे भोपाल पहुंचे। यहां स्टेट हैंगर पर उनकी अगुआई करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैस और डीजीपी सुधीर सक्सेना सहित कई अन्य लोग भी मौजूद रहे। शाह का यह दौरा राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम है क्योंकि पिछले कुछ दिनों में प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा एक बार फिर बढ़ी है और मुख्यमंत्री शिवराज के कुछेक बयान भी इसे लेकर ज़िम्मेदार हैं।
राजधानी भोपाल में आज इंटर स्टेट काउंसिल की बैठक होनी है। इस बैठक में आसपास के राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इनमें उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी हैं। इस दौरान बैठक में कनेक्टिविटी, बिजली, नदी जल के बंटवारे सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री @AmitShah जी का भोपाल आगमन पर प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp जी एवं कैबिनेट के साथी मंत्री गणों के साथ स्टेट हैंगर पर अगवानी कर स्वागत और अभिनंदन किया। pic.twitter.com/udavBiU9vn
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 21, 2022
राजधानी भोपाल में 17 साल बाद इंटर स्टेट काउंसिल की बैठक हो रही है। इससे पहले साल 2005 में 24 मई को भोपाल में क्षेत्रीय परिषद की बैठक हुई थी। बैठक में मप्र, छत्तीसगढ़, यूपी, और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों के अलावा इन राज्यों के चीफ सेक्रेटरी और दो-दो मंत्री भी शामिल होंगे। इससे पहले क्षेत्रीय परिषद की बैठक 2020 में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित की गयी थी। जिसमें मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हुए थे।
प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के कयासों के बीच अमित शाह के इस दौरे के कई राजनीतिक मायने भी हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें इसका असर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की बॉडी लैंग्वेज में भी देखा जा रहा है। ऐसे में नरोत्तम मिश्रा और वीडी शर्मा सहित दूसरे नेता भी खासे सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री शिवराज को पिछले दिनों पार्टी ने अपनी एक अहम चुनाव समिति से हटा दिया था। वे इस समिति में बीते कई साल से शामिल थे।इसके बाद उन्होंने पिछले दिनों एक टीवी शो में भी बयान दिया था कि अगर पार्टी दरी बिछाने का काम देगी तो वो भी करेंगे। इस बयान के आधार पर लोग उनकी भावभंगिमाओं को पढ़ रहे हैं और इन लोगों के मुताबिक मुख्यमंत्री नर्वस हैं। हालांकि प्रदेश में पहले भी कई बार नेतृत्व परिर्वतन की बात होती रही है लेकिन अब तक शिवराज मज़बूती से अपना गढ़ बचाने में कामयाब रहे हैं।
शाह के दौरे को लेकर सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। अमित शाह की सुरक्षा में 40 आईपीएस और 3000 से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे। भोपाल में अलग-अलग बैठकों में शामिल होंगे इसके लिए रूट डायवर्ट रहेगा। भोपाल में सुबह 10 बजे से लेकर रात 9 बजे तक कई क्षेत्रों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। करीब 11 घंटे तक भोपाल शहर का ट्रैफिक रूट डायवर्ट रहेगा।