MP: सरकार ने फिर से त्रिस्तरीय पंचायतों को दिए प्रशासकीय अधिकार, निकाल सकेंगे विकास राशि


सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मध्यप्रदेश के पूर्व सरपंच और पंचों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायतों को प्रशासकीय अधिकार दिए हैं, जिसके बाद अब पूर्व सरपंच और सचिव राशियों का आहरण कर सकेंगे।


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भोपाल Published On :
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भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने एक बार फिर से पूर्व सरपंच (प्रधान) की प्रशासकीय समिति व पूर्व पंचायत सचिवों को वित्तीय अधिकार व प्रशासकीय अधिकार दे दिए हैं।

इस बाबत सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मध्यप्रदेश के पूर्व सरपंच और पंचों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायतों को प्रशासकीय अधिकार दिए हैं, जिसके बाद अब पूर्व सरपंच और सचिव राशियों का आहरण कर सकेंगे।

बता दें कि शनिवार को पूर्व सरपंचों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। छह जनवरी 2022 को पूर्व सरपंच (प्रधान) की प्रशासकीय समिति से वित्तीय अधिकार वापस ले लिए गए थे।

सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर मध्यप्रदेश में आ चुकी है। तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी, लेकिन इसका मुकाबला जनता के साथ मिलकर करना है।

क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों ने बेहतर तरीके से कार्य किया है। अब फिर से उन्हें सक्रिय होना है। प्रशासकीय समिति के सभी पूर्व के चुने हुए पंचायत, जनपद और जिला पंचायत के सदस्य जिला क्राइसिस मैनेजमेंट सदस्य के रूप में कार्य करेंगे।

सीएम चौहान ने पूर्व के चुने हुए पंचायत, जनपद और जिला पंचायत के सदस्यों से कहा कि गांव में किसी को भी सर्दी, जुखाम और बुखार है तो आपको जवाबदारी सौंप रहा हूं कि उनके टेस्ट जरूर कराएं।

टीकाकरण कार्य में भी जुट जाएं। जिनको पहला नहीं लगा उनको पहला, जिनको दूसरा नहीं लगा उन्हें दूसरा टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें। बच्चों के टीकाकरण का कार्य भी जारी है। उनके भी परिजनों को अपने बच्चे का टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करें।

चुनी हुई व्यवस्था प्रशासकीय व्यवस्था के साथ बहुत जरूरी है। इसलिए काम फिर से संभालकर जब तक अवसर मिलता है सेवा और समर्पण का नया इतिहास रचें। ग्रामीण क्षेत्र में विकास और रोजगार मूल्क कार्य ठीक ढंग से चलें।

गांव की आवश्यकता के अनुरूप विकास के कार्य हों ये जवाबदारी आपको निभाना है। रोजगार मूलक सभी कार्यों का ठीक से क्रियान्वयन करें। अलग-अलग कल्याणकारी योजनाएं संचालित हैं। ये सब बेहतर तरीके से चलें। यह सब आपकी जिम्मेदारी है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए भी आप सभी पौधरोपण का कार्य करें। मैं प्रतिदिन पौधरोपण करता हूं। आप भी विशिष्ट स्थान देखकर यह कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। बिजली का अपव्यय होने से रोकें।



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