इंदौर। प्रदेश कैबिनेट की बैठक मंगलवार को संपन्न हुई। इस बैठक में कृषि क्षेत्र के अलावा उद्योग क्षेत्र को लेकर भी कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। इसके अलावा महाकाल मंदिर के लिए भी सरकार ने एक फैसला लिया है। इसके लिए महाकाल मंदिर को नगर निगम की ओर से ज़मीन का एक बड़ा हिस्सा दिया जाएगा। इस जमीन पर महाकाल मंदिर के परिसर को विस्तार दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक पूरी हुई। इस बैठक में सबसे महत्वपूर्ण निर्णय किसानों को लेकर लिया गया है। सरकार ने अब कृषि यंत्रों की पर टैक्स कम कर दिया है। यह टैक्स 10 प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत कर दिया गया है। गृह मंत्री ने इस निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पहले किसानों को इन उपकरणों पर छह प्रतिशत टैक्स लगता था फिर यह दस प्रतिशत हो गया और अब यह टैक्स एक प्रतिशत होगा।
मिश्रा के मुताबिक इस तरह की खरीद पर किसानों को अब करीब ढ़ाई लाख रुपये तक का लाभ होगा। इसके अलावा कैबिनेट में किसानों को बिना ब्याज़ के कर्ज देने का भी निर्णय लिया गया है। पिछले दिनों बजट में भी इसकी चर्चा की गई थी। इसके साथ ही अब किसानों को कर्ज देने के लिए सरकार एक हज़ार करोड़ रुपये की राशि इस योजना के लिए तय की है।
इसके अलावा महाशिवरात्रि से ठीक पहले सरकार ने उज्जैन के महाकाल मंदिर के परिसर को बड़ा बनाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए 0.462 हैक्टेयर जमीन मंदिर को दी जाएगी। इस निर्णय को कैबिनेट ने पास कर लिया है।
इसके अलावा कैबिनेट बैठक में विकास प्राधिकरणों पर लगाया गया दांडिक ब्याज भी माफ़ किया गया है। इसके अलावा उद्योगों को टैक्स छूट और बिजली सुविधा आदि लेकर भी निर्णय कैबिनेट बैठक में लिये गए हैं।