जब चिता पर शव के साथ जलने की ज़िद कर बैठे ‘सरिया’


अंतिम संस्कार का विरोध पहले भी कर चुके हैं सरिया, इस बार उनकी नाराजगी कुछ ज्यादा ही थी कि वे शव के बगल में ही चिता पर लेट गए


शिवेंद्र शुक्ला
घर की बात Updated On :

छतरपुर। बुंदेलखंड क्षेत्र के छतरपुर जिले की बड़ामलहरा तहसील में अजब वाकया हुआ जिसे देखकर लोग हैरान हो गए। यहां जब दाह संस्कार के लिए एक  चिता सजाई जा रही थी उसी समय एक दूसरा वृद्ध व्यक्ति मौके पर पहुंचा और चिता पर लेट गया।

वृद्ध, शव के बगल में लेटकर आग लगा देने की बात कह रहा था इसे देखकर हर कोई स्तब्ध था लेकिन वृद्ध लगातार बड़बड़ाए जा रहा था और लोग शुरुआत में उसकी बात समझ नहीं पा रहे थे।

यह वाकया ग्राम सूरजपुरा कला स्थित एक श्मशान घाट में हो रहा था। शव के बगल में लेटकर आग जल जाने वाली बात कहने वाला वृद्ध मृतक का कोई नाते-रिश्तेदार नहीं बल्कि उस नजदीकी जमीन का मालिक था जिसके बगल में श्मशान घाट बनाया गया है।

चिता पर लेटने वाले इन वृद्ध का नाम सरिया साहू है। जिन्होंने अपनी करीब आधा एकड़ जमीन साल भर पहले ही कड़ोरा कुशवाहा से खरीदी है।

यहीं सरकारी जमीन पर श्मशान घाट है। जहां कुशवाहा समाज के लोगों का दाह संस्कार होता आया है। जमीन खरीदने के बाद से हर बार दाह होने पर सरिया साहू अक्सर विरोध जताने पहुंच जाते हैं।

इस बार उन्हें गुस्सा कुछ ज्यादा था इसलिए वे 90 साल की भरपूर उम्र जीने के बाद इस धरती से विदा ले रहे झल्लू पटेल के बगल में लेट गए।

जो लोग उन्हें जानते थे वे तो समझ गए लेकिन जो अंजान थे वे उनकी इस हरकत को समझ नहीं पा रहे थे। सरिया पटेल जब ऐसा कर रहे थे जो जमीन को लेकर बड़बड़ा रहे थे और उनकी पत्नी भी वहीं मौजूद थीं।

लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो मामला और संजीदा हो गया। सरिया पटेल और नाराज़ होने लगे। इस दौरान मृतक के परिवार के लोग भी नाराज़ थे लेकिन जब सरिया पटेल अपनी बात पर अड़े रहे और चिता से उठने को तैयार नहीं हुए तो लोगों को पुलिस बुलानी पड़ी।

डायल 100 वाहन जब तक मौके पर पहुंचा तब तक सरिया चिता पर मृतक के साथ ही डटे रहे। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह उन्हें चिता से उठाया और फिर झल्लू पटेल का अंतिम संस्कार हो सका।


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