चुनावी साल में रोजगार सहायकों को 18 हजार रुपये प्रतिमाह, मप्र रोजगार सहायक संघ ने जताया सरकार का आभार


प्रांतीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी जीआरएस के लिए छह घोषणाएं।


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MP Employment Assistant Association expressed gratitude

चुनावी साल में मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने प्रदेश के रोजगार सहायकों को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रोजगार सहायकों का वेतन सीधे डबल करने का ऐलान किया है और इसके साथ ही उन्हें ऐच्छिक व शासकीय अवकाशों के साथ ही मातृत्व और पितृत्व अवकाश का लाभ देने का भी ऐलान किया है।

भोपाल में बुधवार को हुए रोजगार सहायक सम्मेलन में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंच से रोजगार सहायकों को ये सौगात दी। मप्र में साल के अंत में चुनाव होना है। इसके पहले सरकार हर वर्ग को साधने की कोशिश कर रही है।

इस बीच भोपाल में गत दिनों हुए प्रांतीय सम्‍मेलन में मुख्‍यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने रोजगार सहायक यानी सहायक सचिवों के लिए कई घोषणाएं की है। इसमें मुख्‍य रूप से रोजगार सहायकों का वेतन 9 हजार रुपये से बढ़ाकर 18 हजार रुपये करने की प्रमुख घोषणा भी शामिल है।

मप्र रोजगार सहायक संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी राहुल यादव ने बताया कि

सरकार की इस घोषणा से रोजगार सहायकों की अनिश्चितता वाली नौकरी को लेकर बने रहने वाले दबाव को खत्‍म करने में मदद मिलेगी। अब रोजगार सहायक भी बेहतर जिदंगी गुजर-बसर कर सकेंगे। बच्‍चों को उच्‍च शिक्षा दिलवाने में सरकार का यह कदम मिल का पत्‍थर साबित होगा। पंचायत में रोजगार सहायक यानी सहायक सचिव की भूमिका सबसे महत्‍वपूर्ण होती है। इसे सरकार ने करीब से समझा है। इससे रोजगार सहायकों में हर्ष है और सरकार के प्रति आभारी है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कार्य कर रहे रोजगार सहायकों के हित में आज महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इसमें मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि

अब रोजगार सहायकों को मानदेय में वृद्धि सहित विभिन्न सुविधाओं का लाभ मिलेगा। वर्तमान में रोजगार सहायकों को मिल रहे मानदेय में वृद्धि की जाएगी। इसे दोगुना किया जाएगा। वर्तमान में 9 हजार रुपये मासिक मानदेय के स्थान पर 18 हजार रुपये मानदेय देने की व्यवस्था की जाएगी। अब रोजगार सहायकों की सेवा आसानी से समाप्त नहीं की जा सकेगी। विभागीय जांच, अन्य जांच आदि के बाद,आवश्यक प्रक्रिया अपनाने के बाद ही कार्रवाई होगी।

रोजगार सहायकों को बड़ी सौगातें –

  • – 9 हजार से बढ़ाकर 18 हजार रुपये वेतन
  • – सामान्य अवकाश सहित प्रसूति अवकाश आदि की सुविधा भी मिलेगी।
  • – मातृत्व अवकाश के साथ ही पितृत्व अवकाश भी प्रदान किया जाएगा।
  • – पंचायत सचिव की नियुक्ति में 50 प्रतिशत स्थान रोजगार सहायकों के लिए सुरक्षित रहेंगे।
  • – रोजगार सहायकों को भविष्य में स्थानांतरण और नियुक्ति से संबंधित कार्यों में पंचायत सचिवों के समान ही माना जाएगा। इसके लिए आवश्यक नियम बनाए जाएंगे।

योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं रोजगार सहायक –

मुख्यमंत्री चौहान ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में रोजगार सहायकों के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में रोजगार सहायकों की विशेष भूमिका है।

कोरोना काल में भी आम जनता और अन्य प्रदेशों के श्रमिकों को राहत देने में रोजगार सहायकों ने महत्वपूर्ण कार्य किया। एक समय मनरेगा से संबंधित कार्य के लिए दायित्व निभाने वाले रोजगार सहायकों ने मनरेगा के क्रियान्वयन को व्यवस्थित करने के बाद राशन कार्ड बनवाने, संबल योजना, आयुष्मान कार्ड बनवाने, राष्ट्रीय परिवार सहायता कार्यक्रम और लाड़ली बहना योजना से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों को सफलतापूर्वक किया है।

रोजगार सहायकों ने कम्प्यूटर सीखा और उसे चलाने में भी दक्ष बने। अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन में कम्प्यूटर, लैपटॉप की सहायता लेनी होती है, फिजिकल का डिजिटल से मेल करवाने का कार्य रोजगार सहायकों ने किया है।

कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल, सामान्य वर्ग आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे, मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेशचन्द्र शर्मा, मध्यप्रदेश रोजगार सहायक संगठन के अध्यक्ष रोशन सिंह परमार, संजय सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मलय श्रीवास्तव उपस्थित थे।


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