हटा। दमोह जिले के हटा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले गैसाबाद थाना क्षेत्र के कमता गांव में बीते दो सालों से नकलूपों की खुदाई में गैस भी निकल रही है। इससे यहां की जमीन के नीचे पेट्रोलियम पदार्थ और गैस के अपार भंडार होने की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं।
नलकूपों से गैस निकलने की खबर मिलने के बाद ओएनजीसी देहरादून की एक टीम ने यहां कई स्थानों पर खुदाई कराई, जिसमें उन्हें मीथेन गैस निकलती मिली है।
ओएनजीसी के अधिकारियों के मुताबिक, यहां की जमीन के नीचे दो किलोमीटर की गहराई तक गैस का भंडार है। फिलहाल ओएनजीसी की टीम यहां पर अपना सर्वे करके वापस जा चुकी है।
हटा विकासखंड मुख्यालय से 27 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत मुहरई में शामिल छोटे से गांव कमता में हुए नलकूप खनन में गंध मिश्रित होने के साथ पानी का स्वाद अच्छा नहीं होने की शिकायत मिल रही है।
मुन्ना पटेल के मुताबिक, उन्होंने दो वर्ष पहले अपने खेत में तीन सौ फीट गहराई पर बोर कराया था। जब उसमें मशीन डाली तो पानी में गंध होने की वजह से एक बार माचिस की तीली जलाकर पानी में लगाई तो पानी में कुछ समय के लिए आग लग गई।
इसी गांव के अरविंद पटेल ने दो माह पहले अपने खेत में तीन सौ फीट बोर कराया तो उसमें से भी गैस जैसी गंध आ रही थी। तब उसमें मशीन के साथ एक पाइप अलग से लगा दिया गया ताकि गैस अलग से निकलती रहे।
बोर में अलग से लगाए गए इस एक पाइप के पास आग दिखाने से लपटें निकलने लगती हैं। अरविंद पटेल बताते हैं कि उन्होंने अपने खेत में तीन सौ फीट बोर कराया और 190 फीट पर मशीन डाली, लेकिन जैसे-जैसे जल स्तर गिरता जा रहा है वैसे ही गैस का रिसाव बढ़ता जा रहा है।
एक अनुमान के मुताबिक, इस क्षेत्र में लगभग सौ एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में एक दर्जन से अधिक बोर हुए हैं। जिन बोर में 250 फीट तक पानी नहीं निकलता। उसके बाद गंध और अमलीय पानी निकल रहा है जिसमें आग लगाने पर लपटे निकलती हैं। हालांकि अभी तक किसी जगह इसकी शिकायत नहीं की गई है।
गांव के ही एक अन्य किसान रामसिंह बताते हैं कि उनके खेत के भी बोर में गंध निकली और अचानक बोर के पास बने टपरे में आग लग गई। इसके बाद उसने बोर चालू नहीं किया जिससे खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही हैं।
पूरे गांव में दो बोर ही हैं जिनका पानी पीने में अच्छा लगता है। बाकी पानी की बहुत दिक्कत है। कमता गांव से लेकर सुजान तलैया तक के अधिकांश बोरों में गैस निकलने की बात सामने आ रही है।