नौगांव के रंगरेज मोहल्ले में शनिवार शाम एक हादसा हो गया जिसमें पंद्रह लोग घायल हो गए। ये लोग बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा (हिंदू एकता पदयात्रा) को देखने के लिए यहां जमा हुए थे। पदयात्रा का दृश्य देखने के लिए एकत्रित भीड़ के कारण एक बालकनी गिर गई। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 21 नवंबर से बागेश्वर धाम से ओरछा तक 160 किलोमीटर लंबी पदयात्रा शुरू की है। यह यात्रा हिंदू एकता और सामाजिक समरसता का संदेश देने के उद्देश्य से निकाली जा रही है। शनिवार को यात्रा नौगांव के रंगरेज मोहल्ले से गुजर रही थी। यात्रा देखने के लिए आसपास के घरों की बालकनियों और छतों पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा थे।
घटना उस समय हुई जब मोहल्ले की एक बालकनी पर ज्यादा लोग चढ़ गए। अचानक बालकनी का भार सहन न कर पाने के कारण वह गिर गई। बालकनी गिरते ही लोगों में चीख-पुकार मच गई। हादसे में घायल 15 लोगों को तुरंत नौगांव के अस्पताल ले जाया गया।
छतरपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन, डॉ. जी.एल. अहिरवार ने बताया कि घायलों में से 10 लोगों का इलाज नौगांव के अस्पताल में और 5 का जिला अस्पताल में किया जा रहा है। घायलों की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि सभी को समय पर उचित इलाज मिल गया, जिससे स्थिति नियंत्रण में है।
प्रशासन और पुलिस की कार्यवाही
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्राथमिक जांच में पाया गया कि बालकनी की संरचना कमजोर थी और वह अधिक भार सहन करने में असमर्थ रही। पुलिस ने एहतियातन क्षेत्र को सील कर दिया है और जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद प्रशासन ने पदयात्रा के दौरान सुरक्षा उपायों को और कड़ा कर दिया है।
धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा का उद्देश्य
यह पदयात्रा 29 नवंबर को ओरछा में समाप्त होगी। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। पदयात्रा में बड़ी संख्या में लोग हिस्सा ले रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। प्रशासन ने इस घटना के बाद लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों से ही यात्रा का अवलोकन करें और ऐसे स्थानों पर जाने से बचें, जो अधिक भार सहन करने में सक्षम न हों। इस हादसे ने सुरक्षा प्रबंधों की जरूरत को एक बार फिर उजागर किया है।