आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आपने किसी शानदार किताब जैसे अज्ञेय की शेखर एक जीवनी, फणीश्वरनाथ रेणु की मैला आंचल, या जेम्स क्लियर की Atomic Habits को पूरा पढ़ा, लेकिन जब किसी से उस किताब पर चर्चा करनी चाही, तो कुछ भी याद नहीं आया? ये एकदम शर्मिंदगी का अहसास दिलाता है, है ना? आप सोचते हैं कि एक महीना किताब पढ़ने में बिताया, इस उम्मीद में कि कुछ नया सीखेंगे, लेकिन अंत में कुछ भी याद नहीं रहता। ऐसा लगता है जैसे आपका सारा समय बर्बाद हो गया हो। सबसे बुरी बात यह है कि ऐसा बार-बार होता है, और फिर निराश होकर लोग किताबें पढ़ना ही छोड़ देते हैं। ऐसे में किताब पढ़ना शुरू करने का शानदार प्रयास बीच में ही रुक जाता है और हमारा जीवन बिना किताबों के ही बीतने लगता है। इसलिए, अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो चिंता मत कीजिए। यहाँ हम आपको हर किताब और जानकारी याद रखने के सात वैज्ञानिक तरीके बताने जा रहे हैं।
किताबें याद क्यों नहीं रहतीं?
कई लोग सोचते हैं कि उनकी याददाश्त कमजोर है, हालांकि असल में समस्या उनके पढ़ने के तरीके में है। यह कैसे पता चला? क्योंकि जो लोग इसे पहले महसूस कर चुके हैं, उन्होंने जब यह समझा कि याददाश्त कैसे काम करती है, तो उनकी पढ़ने की क्षमता में एक बड़ा बदलाव आया। अगर आप इन सात तरीकों को अपनाते हैं, तो आप किताब का 80 प्रतिशत हिस्सा आसानी से याद रख सकते हैं और उसकी महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा भी कर सकते हैं। तो चलिए, जानते हैं हर पढ़ी हुई किताब याद रखने के सात वैज्ञानिक तरीके और अपनी सीखने की क्षमता को एक नए स्तर पर ले जाते हैं।
1. पढ़ते समय एकाग्रता बनाए रखें
क्या आपने कभी नेल्सन डेलिस का नाम सुना है? वह एक मशहूर मेमोरी चैंपियन हैं जिन्होंने 5 मिनट में 339 अंकों को याद किया और 15 मिनट में 217 नाम। उनका पहला और बेसिक मंत्र है: ध्यान देना।
हालांकि आप पढ़ते हुए ध्यान तो देते ही होंग लेकिन आजकल समय में मोबाइल और सोशल मीडिया परेशान किए हुए हैं इसलिए ध्यान देना कुछ मुशकिल हो चला है। इसे इस तरह समझिए कि जब आप किसी किताब को पढ़ रहे हों, तो फोन को दूर रखें, लैपटॉप बंद करें और संगीत सुन रहे हैं तो बिना लिरिक्स वाला चुनें। पढ़ते समय खुद से यह सवाल पूछें: “इस जानकारी का मैं अपनी जिंदगी में कैसे उपयोग कर सकता हूं?” यह आपको महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा।
2. किताब को एक फिल्म की तरह देखें
किताब पढ़ने के दौरान अपनी कल्पनाशीलता के घोड़े दौड़ने दें। जब आप पढ़ रहे हों, तो उसे एक फिल्म की तरह देखने की कोशिश करें। कल्पना करें कि आपके सामने एक बड़ा स्क्रीन है और आप उसमें घट रही घटनाओं को देख रहे हैं। यह इसलिए काम करता है क्योंकि हमारा मस्तिष्क दृश्य चित्रों को याद रखने में बहुत बेहतर है। इसलिए, जो भी पढ़ रहे हैं, उसे अपने मन में एक चित्र की तरह उकेरें। इससे जानकारी लंबे समय तक याद रहती है। इसे यहां समझें…
3. हाथ से नोट्स लिखें, टाइप नहीं करें
बचपन में कई लोग स्कूली पढ़ाई के दौरान याद करने के लिए उसे लिख लेते थे, कई शोध बताते हैं कि हाथ से लिखने पर जानकारी अधिक लंबे समय तक याद रहती है। उदाहरण के लिए, मशहूर संगीतकार बीथोवन अपने विचारों को नोटबुक में तुरंत लिख लेते थे ताकि वे उन्हें भूल न जाएं। जब आप कुछ पढ़ते हैं और हाथ से नोट्स बनाते हैं, तो आप केवल महत्वपूर्ण बातों को ही लिखते हैं। यह आपको जानकारी को छांटने और उसे गहराई से समझने में मदद करता है।
इसे विस्तार से समझने के लिए यहां क्लिक करें
4. किताब से पूरी तरह से जुड़ें
किताब पढ़ना एक सक्रिय प्रक्रिया होनी चाहिए, न कि निष्क्रिय। इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं:
- महत्वपूर्ण अंशों को रेखांकित करें।
- महत्वपूर्ण लाइनों पर तारों या प्रश्न चिह्न का उपयोग करें।
- किनारों पर अपने विचार या सवाल लिखें।
- पूरी किताब पढ़ने के बाद सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों पर चिप्पियां लगाएं।
यह तकनीकें आपकी समझ को गहरा करती हैं और बाद में किताब को पुनः पढ़ने पर तुरंत यादें ताजा कर देती हैं।
ये भी पढ़ें… क्या आप जानते हैं कि एक महीने शक्कर न खाने पर आपके शरीर में क्या होगा?
5. जो पढ़ा है उसे लागू करें
पढ़ने का असली लाभ तब मिलता है जब आप उस जानकारी को अपने जीवन में लागू करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप स्वास्थ्य पर एक किताब पढ़ रहे हैं और उसमें दिए गए सुझावों का पालन नहीं करते, तो आप उसे जल्दी भूल जाएंगे। इसलिए, किताब से मिली सीख को अपने दैनिक जीवन में उतारने की कोशिश करें।
6. किसी और को सिखाएं
जो सीखा है उसे सिखाने का प्रयास करें। यह “लर्निंग पिरामिड” सिद्धांत पर आधारित है, जिसमें कहा गया है कि जब आप किसी को सिखाते हैं, तो जानकारी को 90% तक याद रखने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आपको कोई दिलचस्प बात पढ़ने में आई है, तो उसे अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों से साझा करें। यह न केवल आपकी समझ को गहरा करेगा, बल्कि जानकारी को लंबे समय तक याद रखने में भी मदद करेगा।
7. नियमित रूप से समीक्षा करें
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हम 24 घंटों के भीतर 70% जानकारी भूल जाते हैं। इसे “भूलने का ग्राफ” कहा जाता है। इसका एकमात्र समाधान है नियमित पुनरावृत्ति।
आप इसे “रूल ऑफ 5” से कर सकते हैं:
- पहले दिन 5 बार दोहराएं।
- अगले 5 दिनों तक रोजाना एक बार।
- अगले 5 हफ्तों तक हफ्ते में एक बार।
इस तकनीक से आप किसी भी जानकारी को अपनी लंबी अवधि की याददाश्त में आसानी से सुरक्षित रख सकते हैं।
इंसानी दिमाग को भूलने की आदत होती है, इसे इस ग्राफ से समझिए :
पहले 24 घंटे:
- जानकारी सीखने के बाद पहले 24 घंटों के भीतर, अगर आप उसकी पुनरावृत्ति नहीं करते हैं, तो आप लगभग 70% जानकारी भूल सकते हैं।
पहले सप्ताह:
- अगर आप एक बार सीखने के बाद कुछ भी नहीं दोहराते हैं, तो एक हफ्ते के भीतर आप लगभग 80-90% जानकारी भूल सकते हैं।
स्पेस्ड रिपिटिशन (Spaced Repetition) की भूमिका:
- यदि आप कुछ समय के अंतराल पर सीखी गई जानकारी की पुनरावृत्ति करते हैं, तो हर पुनरावृत्ति के बाद भूलने का ग्राफ कम तीव्र हो जाता है। यह आपके दीर्घकालिक स्मरण को बढ़ावा देता है।