लद्दाख की पहली सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट रिगजिन से मिलकर उन्हे उत्तरी सेना प्रमुख किया सम्मानित

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Lt Rigjin Korol

नई दिल्ली। सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी लद्दाख दौरे पर गए। इस दौरान उन्होंने लद्दाख में महिला सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल से मुलाकात कर उनको सम्मानित किया।

रिगजिन लद्दाख की पहली महिला हैं जो सेना में अधिकारी बनी हैं। लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी और लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल की भेंट की तस्वीर को सोशल मीडिया पर साझा की गई है।

इसे साझा करते हुए उत्तरी कमान ने लिखा, ‘लद्दाख से महिलाओं के लिए एक आइकन का सम्मान।’ उत्तरी सेना कमांडर ने सभी बाधाओं को पार कर लद्दाख की पहली महिला अधिकारी बनने और अपने पति के सपने को साकार करने के लिए लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल की सराहना की।

कौन हैं रिगजिन कोरोल –

लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल की सैन्य यात्रा उनके पति 3 लद्दाख स्काउट्स के राइफल मैन रिगजिन खंडप की ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाने के बाद शुरू हुई।

पिछले साल रिगजिन कोरोल भारतीय सेना के अधिकारियों के नए बैच के साथ चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी से पास-आउट हुईं। पिछले साल वह 151 पुरुष और 35 महिला कैडेटों के साथ ओटीए से पास आउट हुईं थीं। अपने 15 महीने के बच्चे की परवरिश करने की जिम्मेदारी निभाते हुए रिगजिन कोरोल ने अपने दिवंगत पति की इच्छा पूरी की।

भारतीय सेना ने उन्हें उत्तरी कमान में पहली महिला अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी है। लेफ्टिनेंट रिगजिन कोरोल अर्थशास्त्र में स्नातक हैं।

सैन्य ऑपरेशन की तैयारियों और अग्रिम इलाकों स्थिति की जानकारी ली –

लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने लद्दाख में प्रतिनियुक्त महिला अधिकारी कोरोल से मुलाकात के बाद केंद्र शासित प्रदेश के उप सेक्टर उत्तर में परिचालन की स्थिति की भी समीक्षा की।

उन्होंने भारत की सीमा रक्षा को मजबूत करने में एलएसी पर तैनात सैनिकों के महत्वपूर्ण योगदान का भी आह्वान किया।

इसके अलावा भारतीय सेना ने हाल ही में कर्नल के पद पर चयनित महिला अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण कार्य सौंपे हैं। भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को उनके पुरुष समकक्षों के बराबर स्थायी कमीशन दिया है।

 


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