जनरेशन Z की खरीदारी की ताकत: सोशल मीडिया के सहारे भारत की अर्थव्यवस्था में क्रांति लाने वाले युवा


भारत में जनरेशन Z, जो देश की कुल जनसंख्या का 26% है, वर्तमान में ₹72.28 लाख करोड़ का उपभोक्ता खर्च चला रही है। फैशन, ट्रैवल और टेक्नोलॉजी में इनका प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है, और 2035 तक यह खर्च ₹168 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है।


DeshGaon
विविध Updated On :

भारत में 12 से 27 साल के बीच करीब 38 करोड़ युवाओं की पीढ़ी यही जनरेशन Z (जेन ज़ी), देश की नई आर्थिक शक्ति बनकर उभर रही है।

बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (Boston Consulting Group) और Snap Inc. की हालिया Report के अनुसार, ये युवा देश के कुल उपभोक्ता खर्च का 43% हिस्सा संभाल रहे हैं, जिसका मूल्य ₹72.28 लाख करोड़ (860 बिलियन डॉलर) है। ये आंकड़ा उस तथ्य के बावजूद है कि ये जनरेशन कुल जनसंख्या का केवल 26% है। सोशल मीडिया का इसमें बड़ा रोल रहा है।

 

2025 तक $2 ट्रिलियन की उपभोक्ता क्रांति

रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक हर दूसरा जनरेशन Z युवा कमाई करने लगेगा, जिससे भारत की कुल उपभोक्ता खर्च $2 ट्रिलियन (₹168 लाख करोड़) तक पहुंच सकता है। इसका मतलब यह होगा कि देश में खर्च किए गए हर दूसरे रुपये पर इन युवाओं का प्रभाव होगा।

इस पीढ़ी की खरीदारी का 23% हिस्सा सीधे काम कर रहे युवाओं की कमाई से होता है, जबकि बाकी ‘प्रभावित खर्च’ के तहत आता है। इसमें परिवार के सदस्य, विशेष रूप से अभिभावक, अपने Gen Z बच्चों के पसंदीदा उत्पादों और ब्रांडों पर पैसा खर्च करते हैं।

मूल रिपोर्ट यहां देखिए

https://www.bcg.com/publications/2024/india-the-2-trillion-opportunity-how-gen-z-is-shaping-the-new-indi

ब्रांड्स के लिए नया अवसर

रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि जनरेशन Z फैशन, डाइनिंग और एंटरटेनमेंट जैसे प्रमुख श्रेणियों में सबसे ज्यादा खर्च कर रही है। फुटवियर में 50%, डाइनिंग में 48%, आउट-ऑफ-होम एंटरटेनमेंट में 48%, और फैशन व लाइफस्टाइल में 47% खर्च जनरेशन Z से आता है।

इसके बावजूद, 45% ब्रांड्स इस पीढ़ी की क्षमता को समझते हैं, लेकिन केवल 15% ने उन्हें सक्रिय रूप से अपनी रणनीति का हिस्सा बनाया है। BCG इंडिया की सीनियर पार्टनर निमिषा जैन का कहना है, “आज के समय में, ब्रांड्स के लिए Gen Z को समझना और उनसे जुड़ना न केवल आवश्यक है, बल्कि कल के लिए अनिवार्य भी होगा।”

 

सोशल मीडिया की भूमिका

जनरेशन Z का खरीदारी व्यवहार सोशल मीडिया से अत्यधिक प्रभावित है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 72% Gen Z उपभोक्ता अपनी खरीदारी के लिए ऑनलाइन क्रिएटर्स से प्रेरणा लेते हैं। खासकर, इन-स्टोर खरीदारी करते समय, Gen Z खरीदारों में से हर दूसरा ऑनलाइन क्रिएटर पेज या विशलिस्ट चेक करता है। इसके मुकाबले, मिलेनियल्स में यह आंकड़ा सिर्फ 32% है।

 

ब्रांड्स के लिए जरूरी सीख

रिपोर्ट के मुताबिक, Gen Z युवाओं को ब्रांड से जोड़ने के लिए immersive content तैयार करना बेहद जरूरी है। लगभग 80% जनरेशन Z इमेज, GIF, और विज़ुअल कंटेंट का इस्तेमाल अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और दोस्तों से जुड़ने के लिए करती है। यह पीढ़ी ब्रांड से ज्यादा ट्रेंडिंग स्टाइल्स को प्राथमिकता देती है और किसी भी उत्पाद को खरीदने से पहले गहराई से रिसर्च करने में 1.5 गुना ज्यादा समय लगाती है।

 

भविष्य की दिशा

भारत की जनरेशन Z न केवल उपभोक्ता खर्च का एक बड़ा हिस्सा है, बल्कि उनकी प्राथमिकताएं और आदतें आने वाले वर्षों में बाजार की दिशा तय करेंगी। ब्रांड्स के लिए यह आवश्यक है कि वे इस पीढ़ी को समझें, उनकी जरूरतों को पहचानें, और उनके साथ सच्चे व प्रामाणिक तरीके से जुड़ें।

 

Gen Z का खरीदारी व्यवहार

  • जनरेशन Z ट्रेंड आधारित खरीदारी करती है, ब्रांड की बजाय वे नए ट्रेंड पर ज्यादा ध्यान देती है।
  • इमर्सिव विज़ुअल्स के माध्यम से Gen Z का खरीदारी के प्रति जुड़ाव बढ़ता है।
  • Gen Z अपने ‘इनर सर्कल’ के साथ खरीदारी के दौरान सोशलाइज करती है, जिससे उनके फैसले प्रभावित होते हैं।
  • वे ऑनलाइन क्रिएटर पेज को खोज के लिए प्राथमिक स्रोत के रूप में उपयोग करते हैं।
  • Gen Z ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्लेटफॉर्म्स पर समान रूप से सक्रिय है, और बड़ी सहजता से इन मोड्स के बीच स्विच करती है।

 

2. ब्रांड्स के लिए अवसर:

  • एक सर्वेक्षण के अनुसार, 10 प्रमुख श्रेणियों के 30 शीर्ष ब्रांड्स में से 45% ब्रांड्स Gen Z के अवसर को पहचानते हैं, लेकिन केवल 15% ही सक्रिय रूप से इस पर काम कर रहे हैं।
  • ब्रांड्स के लिए 5 बड़े एक्शन एरियाज उभर कर सामने आए हैं जो उन्हें Gen Z तक पहुंचाने में मदद करेंगे।

3. Gen Z का इन कैटेगरी में खर्च:

  • फैशन और लाइफस्टाइल: Gen Z द्वारा कुल खर्च $100-$110B, जिसमें 47% योगदान।
  • ट्रैवल और वेकेशन: $160-$180B खर्च, जिसमें 47% Gen Z से आता है।
  • ब्यूटी और पर्सनल केयर: $15-$20B खर्च, 44% Gen Z द्वारा।
  • वीडियो OTT: $0.5-$1B खर्च, जिसमें 47% Gen Z का हिस्सा।
  • पैकेज्ड F&B: $70-$75B खर्च, जिसमें 45% Gen Z का योगदान।
  • कंज्यूमर टेक डिवाइसेस: $45-$50B खर्च, 45% Gen Z द्वारा।
  • ईटिंग आउट और ऑर्डरिंग इन: $70-$75B खर्च, जिसमें 48% Gen Z का हिस्सा।

 

4. Gen Z का आर्थिक प्रभाव:

  • वर्तमान में, Gen Z द्वारा $860B का उपभोक्ता खर्च किया जा रहा है।
  • 2025 तक, यह खर्च $930B तक पहुंचने की संभावना है।
  • 2035 तक, Gen Z द्वारा प्रेरित खर्च $2T तक बढ़ सकता है।

5. जनरेशन Z का डेटा:

  • भारत में Gen Z की जनसंख्या 377 मिलियन है, जो अब तक की सबसे बड़ी पीढ़ी है।
  • यह संख्या अमेरिका की कुल आबादी से भी अधिक है।

 

 


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