नौकरी करने विदेश जाने के लिए बैंक से ले रहे थे कर्ज़, दूसरे ही दिन खुल गई 25 करोड़ की लॉटरी


विदेश जाने के लिए ले रहे थे लोन, लॉटरी जीतने के बाद बैंक वालों को फोन कर किया मना, कहा अब देश में ही रहेंगे


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विविध Published On :
लॉटरी जीतने वाले दंपत्ति


भोपाल। केरल के तिरुवनंतपुरम में एक ऑटो चालक की किस्मत अचानक खुली और उन्हें वो मिला जो शायद उसने सपने में भी नहीं सोचा था। श्रीवाराहम नाम के इन ऑटो चालक को 25 करोड़ रुपये की लाटरी लगी है। उन्होंने केवल एक दिन पहले लाटरी खरीदी और दूसरे दिन उनका नंबर भी खुल गया। यह उस समय हुआ जब श्रीवाराहम मलेशिया जाने के लिए बैंक में लोन के लिए अप्लाई कर रहे थे। वे मलेशिया में एक बावर्ची के तौर पर काम करना चाहते थे हालांकि अब लॉटरी खुलने के बाद उन्होंने ये ख्याल छोड़ दिया है। लॉटरी जीतने के बाद अनूप को 15.75 करोड़ रुपये मिलेंगे बाकी पैसे उन्हें आयकर के रूप में देना होगा।

32 साल के श्रीवाराहम के रहने वाले अनूप ने तिरुवनंतपुरम में पझावंगडी भगवती एजेंसी से लॉटरी जीतने से एक दिन पहले शनिवार को ओणम लॉटरी टिकट टी-750605 खरीदा था।  वे कहते हैं कि वे बीते 22 साल से लॉटरी टिकट खरीद रहे हैं और अब तक उन्हें कुछ सौ रुपये से लेकर अधिकतम पांच हजार रुपये तक मिल चुके हैं।

हालांकि ये लॉटरी जीतने के बाद उन्होंने कहा कि  ‘मुझे जीतने की उम्मीद नहीं थी इसलिए मैं टीवी पर लॉटरी के नतीजे नहीं देखता था। लेकिन जब मैंने अपना फोन देखा तो पता चला कि मैं जीत गया हूं। मुझे विश्वास नहीं हुआ और मैंने अपनी पत्नी को दिखाया। उसने कहा कि यह जीतने वाला नंबर है।’

अनूप के मुताबिक उन्हें फिर भी शंका थी इसलिए लॉटरी बेचने वाली महिला को टिकट की फोटो भेजी। उसने इसकी पुष्टि की कि वह जीत वाला नंबर है। तब जाकर उसे यकीन हुआ की वह करोड़पति बन चुके हैं। मलेशिया यात्रा और कर्ज के बारे में अनूप ने कहा, ‘बैंक ने आज कर्ज के लिए कॉल किया तो मैंने बता दिया कि मुझे अब ऋण की जरूरत नहीं है। अब वे मलेशिया भी नहीं जाएंगे।’

इस साल ओणम लॉटरी के 65 लाख टिकिट छापी गईं थीं और सभी बिक गईं थीं। इनमें से एक टिकिट का मूल्य 500 रुपये था। नियमानुसार जीत के पैसों में से लॉटरी बेचने वाले एजेंट को भी कमीशन मिलेगा।

 


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