खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आज (मंगलवार) शाम बेहद रोमांचक घटना घटने वाली है। दरअसल, सूर्यास्त के पश्चात् शाम को पश्चिमी आकाश में अद्भुत खगोलीय नजारा देखने को मिलेगा।
इसमें हंसियाकार चंद्रमा चमकते शुक्र और लाल ग्रह मंगल के बीच दिखता हुआ मिथुन तारामंडल के तारों के साथ मेल-मुलाकात करता नजर आएगा। पृथ्वी से देखे जाने पर यह नजारा बेहद अद्भुत दिखाई देगा।
भोपाल की नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इस संबंध में जानकारी दी है कि शाम को लालिमा समाप्त होने के साथ ही हंसियाकार चंद्रमा के साथ शुक्र यानी वीनस अपनी चमक बिखेर रहा होगा। तो वहीं उसके कुछ ऊपर मंगल यानी मार्स अपनी लालिमा के साथ होगा।
उसके पास ही मिथुन तारामंडल के जुड़वां तारे पोलुक्स और कैस्टर भी इस मिलन समारोह का हिस्सा बनने वाले हैं। केवल इतना ही नहीं, इस अद्भुत नजारे में और रंग भरने के लिए बिहाईव स्टार क्लस्टर भी इनके आसपास नजर आएगा।
मिलन करते इन खगोलीय पिंडों के बीच आपस की दूरी कितनी होगी –
मिलन करते इन खगोलीय पिंडों के बीच आपस की दूरी करोड़ों किलोमीटर होगी, लेकिन इनका पृथ्वी से बनने वाला कोण इस प्रकार होगा कि वे एक-दूसरे से मिलते से नजर आएंगे।
जुड़वां तारे कहे जाने वाले तारों में से पोलुक्स 33 प्रकाशवर्ष दूर और विकसित लाल विशालकाय तारा है जो कि हमारे सूर्य से दोगुना विशाल है जबकि केस्टर 51 प्रकाशवर्ष दूर नीला तारा है जो हमारे सूर्य से 2।7 गुना अधिक भारी है।
रोमन पौराणिक कथाओं के अनुसार पोलक्स और केस्टर जुड़वां भाइयों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
क्या है बिहाईव स्टार क्लस्टर –
इस खगोलीय घटना में चंद्रमा लगभग 1000 तारों के समूह, जिसे कि बिहाईव स्टार क्लस्टर कहते हैं, उनके भी समीप दिखेगा। बुधवार शाम को आकाश में भी इस दृश्य को देखा जा सकेगा, लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा।
इस तरह ग्रहों, तारों और उपग्रहों का मिलन समारोह का मनमोहक दृश्य दिखने जा रहा है। दोनों ही दिन इसे रात्रि 10 बजे के पहले देखा जा सकेगा।