इंदौर लोक सभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के नाम वापस लेने के बाद भारतीय जनता पार्टी को लेकर लोगों की राय में खासा परिवर्तन आया है और आप इस परिवर्तन को कांग्रेस पार्टी भी हवा दे रही है।
इंदौर की सड़कों पर इन दिनों नोटा का बटन दबाने का अभियान जारी है। कई यात्री वाहनों पर नोटा का बटन दबाने की अपील के पोस्टर लगे हुए हैं। इस बीच भाजपा चिंतित है और रणनीति बदलते हुए अब अधिक से अधिक वोटिंग कराने की तैयारी की जा रही है। पहले भाजपा जहां आठ लाख से जीत का लक्ष्य रखे हुए थी अब वह ग्यारह लाख वोट से जीतने की योजना बना रही है और इसके साथ ही नोटा अभियान से भी निपट रही है।
#Indore
कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के नाम वापस लेने और #BJP में शामिल होने के बाद यहां वोट नोटा में डालने के लिए अभियान चल रहा है। ऐसे में भाजपा को नोटा से डर लग रहा है। पार्टी की एक पार्षद ने बुधवार को सड़कों पर निकलकर नोटा के पोस्टर फाड़ दिये।#LokSabhaElection2024 pic.twitter.com/fyC8UudtQT
— Deshgaon (@DeshgaonNews) May 8, 2024
विधानसभा 1 के वार्ड 6 की पार्षद संध्या यादव भी ऐसा ही करते दिखी हैं। उनका एक वीडियो खूब सुर्खियों में है। इस वीडियो में पार्षद यादव ऑटो रिक्शा के पीछे लगे नोटा अभियान के पोस्टर को हटाती नजर आ रही हैं। कांग्रेस पार्टी 20 पर प्रतिक्रिया दे रही है और पार्टी की नेता शोभा ओझा ने इसे तानाशाही और गुंडागर्दी बताया है।
इस वीडियो में पार्षद नोटा की अपील का पोस्टर अपने ऑटो पर लगाने वाले चालक से कह रहीं हैं कि “मोदीजी को वोट नहीं दोगे। ये नोटा क्या है। पार्षद के साथ मौजूद एक आदमी ने भी ऑटो चालक पर दबाव डाला और कहा कि मोदीजी ने इतना कुछ किया है। दूसरे ऑटो रिक्शा में भी यदि पोस्टर लगे हों तो उसे हटाएं।”
प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राकेश सिंह यादव ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। उन्होंने कहा कि भाजपा आम मतदाता का अधिकार छीन रही है।
वहीं पोस्टर हटाने वाली पार्षद संध्या यादव ने खुद को जागरुक नागरिक बताया है और कहा है कि इसी वजह से उन्होंने पोस्टर फाड़े। यादव ने कहा कि जनता कांग्रेस को 13 मई को जवाब देगी
भास्कर की खबर के मुताबिक इस मामले में यादव ने कहा है कि रिक्शा चालक से जब पूछा तो उसे पता ही नहीं था कि नोटा क्या है। उसे कांग्रेसियों ने 50 रुपए दिए थे और कहा था कि थोड़ी देर पोस्टर लगे रहने देना। बाद में हटा देना। नोटा कोई उम्मीदवार तो नहीं है। जिस प्रकार स्वच्छता में इंदौर नंबर वन आया है, उसी तरह मतदान में भी नंबर वन आएगा। कांग्रेस जनता को भ्रमित कर रही है। उनके प्रत्याशी ने भाजपा की विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी जॉइन की है।
नोटा से निपटने की जिम्मेदारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उठाई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाने को कहा है उनका एक वीडियो भी साझा हो रहा है जहां वे कह रहे हैं कि कुछ लोग नोटा का माहौल बना रहे हैं लेकिन हमारे शहर की जनता नकारात्मकता में पड़ने वाली नहीं है, जो नकारात्मकता फैलाता है उसे जनता बोरिया बिस्तर बांधकर रवाना कर देती है। और जो सकारात्मक काम करता है, जो नया सवेरा दिखाता है वही इस शहर का नेता बनता है।