सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में डीआरजी के तीन जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि सर्चिंग पर निकले सुरक्षाबलों को एंबुश लगाकर माओवादियों ने निशाना बनाया।
जानकारी के मुताबिक, जगरगुंडा-कुंदेड़ के बीच डीआरजी के जवान सड़क निर्माण काम को सुरक्षा देने और नक्सल ऑपरेशन पर निकले हुए थे। जगरगुंडा के पास आश्रम पारा में पहले से मौजूद घात लगाए माओवादियों ने जवानों पर गोलियां बरसा दी। जवानों ने भी मोर्चा संभालकर उनका डटकर मुकाबला किया।
जवानों व नक्सलियो के बीच हो रही मुठभेड़ में चल रही गोली व बम की आवाज गांव तक आ रही थी। हमले में डीआरजी जवान एएसआई रामूराम नाग, असिस्टेंट कॉन्स्टेबल कुंजाम जोगा व सैनिक वंजाम भीमा नक्सलियों से लड़ते हुए बलिदान हो गए।
इसके साथ ही और दो जवान घायल हैं और मुठभेड़ में 5-6 नक्सलियों के मारे जाने की भी बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि आसपास 100 से ज्यादा नक्सली मौजूद थे।
सुकमा एसपी सुनील शर्मा के मुताबिक, सुबह करीब साढ़े नौ बजे मुठभेड़ थम गई है। बैकअप पार्टी को घटनास्थल की ओर भेजा गया है। क्षेत्र की सर्चिंग की जा रही है। घटनास्थल से सूचना ली जा रही है। पार्टी के लौटने की बाद ही वस्तुस्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
Chhattisgarh, Sukma | Firing underway between security forces and Naxals in the jungles under Jagargunda Police Station limits.
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) February 25, 2023
बता दें कि एरिया डोमिनेशन पार्टी में 25 से 30 जवान की टुकड़ी होती है, जिनका काम मुख्यत: रोड ओपनिंग व कैम्प के आसपास सर्चिंग का होता है। कुंदेड़ का यह कैम्प हाल ही में स्थापित किया गया है।
जगरगुंडा नक्सलियों का आधार क्षेत्र है, जिसे नक्सलियों की उपराजधानी के नाम से भी जाना जाता है। इस क्षेत्र में कई नक्सली कई बड़ी घटनाएं कर चुके हैं।