नई दिल्ली। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिए।
इसका मतलब यह है कि अब ये किसान नेता बिना इजाजत विदेश नहीं जा सकेंगे और उनके पासपोर्ट जब्त किए जाएंगे। पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, तीन दिन में इसका जवाब दें।
जिन नेताओं को नोटिस दिए गए हैं उनमें से छह के नाम अभी तक सामने आए हैं। ये नेता हैं राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, दर्शन पाल, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर सिंह राजेवाल और जगतार सिंह बाजवा।
Passports of the farmer leaders against whom Delhi Police issued Lookout Notice, to be seized as a part of the process: Delhi Police https://t.co/kLyeYCBes3
— ANI (@ANI) January 28, 2021
पुलिस ने जो नोटिस दिया है उसमें यह भी कहा है कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले में तोड़फोड़ करना एक देश विरोधी हरकत है। इसके एक घंटे बाद ऐसी खबरें आने लगीं कि ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले में हिंसा करने वालों पर पुलिस ने राजद्रोह का केस दर्ज किया है।
टिकैत को नोटिस देने पुलिसकर्मी दोपहर गुरुवार दोपहर साढ़े 12 बजे गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे, लेकिन टिकैत नोटिस लेने के लिए सामने नहीं आए तो पुलिस ने उनके टेंट पर नोटिस चिपका दिया। जगतार सिंह बाजवा ने भी मीटिंग में होने की बात कहकर नोटिस नहीं लिया। ऐसे में पुलिस उनके टेंट पर नोटिस चिपकाकर लौट गई।
Delhi Police has put up notice outside Bharatiya Kisan Union spokesperson Rakesh Tikait's tent at Ghazipur border. pic.twitter.com/OzRQM8tJKJ
— ANI (@ANI) January 28, 2021
उधर, किसान नेता युद्धवीर सिंह ने हिंसा की घटनाओं पर माफी मांगते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन जो हुआ वो शर्मनाक है। मैं गाजीपुर बॉर्डर के पास था। जो उपद्रवी वहां घुसे उनमें हमारे लोग शामिल नहीं थे। फिर भी मैं शर्मिंदा हूं और 30 जनवरी को उपवास रखकर हम प्रायश्चित करेंगे।
वहीं दूसरी तरफ, ट्रैक्टर रैली में हिंसा को लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ एफआईआर हो चुकी है, लेकिन उनके तेवर नहीं बदले हैं। टिकैत ने अब सरकार को धमकी भरे लहजे में चेतावनी दी है क्योंकि गाजीपुर बॉर्डर पर बुधवार रात 8 बजे बिजली काटने से टिकैत गुस्सा हो गए।
#WATCH: Bharatiya Kisan Union (BKU) spokesperson Rakesh Tikait says that farmers will head to the local Police stations around Ghazipur border if the electricity is cut in the area, warns that the onus of what happens next would lie on the govt. (27.01.2021) pic.twitter.com/tFeDPkoSth
— ANI (@ANI) January 28, 2021
टिकैत ने कहा कि सरकार दहशत फैलाने का काम कर रही है। इस तरह की कोई भी हरकत पुलिस-प्रशासन न करे। अगर इस तरह की हरकत करेगा तो सारे बॉर्डर वहीं हैं। ठीक है…और वे किसान जो गांवों में हैं वहां पर उनको बता देंगे। फिर अगर कोई दिक्कत होती है तो वहां के जो लोकल के थाने हैं, किसान वहां पर जाएंगे। ये सरकार पूरी तरह ध्यान रख ले। इस तरह की कोई भी हरकत वहां होगी तो पूरी जिम्मेदारी सरकारों की होगी।
#WATCH: Bharatiya Kisan Union (BKU) spokesperson Rakesh Tikait says that the violence that occurred on 26th January was a conspiracy to malign the farmer unions & distance Punjab from the rest of the country. (27.01.2021) pic.twitter.com/SMJH3hq37j
— ANI (@ANI) January 28, 2021