धार। विवादित कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस पार्टी आंदोलनरत है। मध्यप्रदेश में पार्टी लगातार सक्रिय नजर आ रही है। किसान आंदोलन के सर्मथन में कांग्रेस भी आंदोलन कर रही है। मंगलवार धार शहर में कांग्रेस द्वारा ट्रैक्टर रैली निकाली गई।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ता और किसान मौजूद रहे। इस रैली में डेढ़ सौ से अधिक ट्रैक्टर शामिल थे। ट्रैक्टर रैली की शुरुआत के पहले महात्मा गांधी, भीमराम आंबेडकर की तस्वीरों को माला पहनाई गई।
रैली जिला कांग्रेस कार्यालय से शुरू हुई और बस स्टैंड नालछा दरवाजा होते मंडी पहुंची। रैली का समापन किला मैदान में हुआ। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम, सरदारपुर विधायक प्रताप गिरवाल, मनोज गौतम, हीरालाल अलावा, पांचीलाल मेडा, प्रभा गौतम, मुजीब कुरैशी, टोनी छाबड़ा, गणेश खेर, विजेता त्रिवेदी, माधुरी सोनी आदि नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस नेताओं ने तहसीलदार भस्कार गाचले को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि जिस तरीके से केन्द्र सरकार ने कृषि कानून पारित किये हैं, वह अलोकतांत्रित है। पिछले 55 दिनों से दिल्ली में सिंध बॉर्डर पर व विभिन्न राज्यों में अलग-अलग जगहों पर आंदोलनरत किसान बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार कृषि प्रधान देश में किसानों की मांगों को नंज़रअंदाज़ कर रही है।
नेताओं ने कहा कि इन कृषि कानूनों से किसानों को ठगने की तैयारी की जा रही है, लेकिन देश का अन्नदाता हार नहीं मानेगा। मंडियां खत्म की जाएंगी, कॉर्पोरेट हाथों में होगा।
कांग्रेसियों ने अपने ज्ञापन में कहा कि नए कानून किसानों के लिए गहरे संकट का कारण बन रहे हैं। नए कानूनों में व्यापारी मनमानी करेंगे। किसानों की उपज के मूल्य की गारंटी नहीं होने से किसानों से मनमाने भाव पर उपज खरीदी जाएगी।