मुरैना। मुरैना जिले के तीन गांवों में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। जहरीली शराब बनाने और बेचने वालों के परिवार में भी मौतें हुई हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक उच्चस्तरीय बैठक में मुरैना कलेक्टर अनुराग वर्मा और एसपी अनुराग सुजातिया को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जौरा एसडीओपी सुदीप भदौरिया को निलंबित किया गया है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुंचाने वाली है। ऐसे मामलों में कलेक्टर और एसपी ही दोषी होंगे, मैं मूकदर्शक नहीं रह सकता। अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
मुरैना कलेक्टर, एस.पी. को हटाने के निर्देश
• शराब सेवन से मृत्यु के मामलों के लिए दोषी होंगे कलेक्टर, एसपी और आबकारी अधिकारी
• संबंधित क्षेत्र के एसडीओपी निलंबित
• मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने बुलाई उच्च-स्तरीय बैठकRM: https://t.co/1GfX0vlYu0#CMMadhyaPradesh https://t.co/YB7T5Gvqbf
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 13, 2021
शराब पीने वाले अब अस्पतालों में आ रहे हैं इन लोगों का कहना है कि लगातार मौत की खबरें मिलने के बाद कुछ डर गए हैं और कुछ की तबीयत भी खराब है। सात लोगों का फिलहाल मुरैना और ग्वालियर के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। पुलिस ने शराब बनाने व बेचने वाले सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना के आबकारी अधिकारी जावेद अहमद एवं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बागचीनी थाना प्रभारी अविनाश सिंह राठौर को निलंबित कर दिया।
दतिया की जिला आबकारी अधिकारी निधि जैन को मुरैना का भी प्रभार सौंपा गया है। घटना से आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शवों को रखकर जाम भी लगाया था।
बता दें कि तीन माह पहले 15 अक्टूबर को उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हुई थी। उसके बाद प्रदेश भर में देसी शराब के अवैध करखानों पर छापे मारे गए, लेकिन पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में जहरीली शराब से मरने और बीमार होने की कई घटनाएं सामने आ चुकी है।