दिल्ली की सरहदों पर किसान आंदोलन में शनिवार को एक और किसान ने अपनी जान दे दी। जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम 40 वर्षीय अमरिंदर सिंह है। जिन्होंने ज़हरीला पदार्थ पीकर अपनी जान दे दी है।
इस एक और मौत के साथ किसानों की मौत का आंकड़ा कुछ और बढ़ गया है। अब तक यहां करीब साठ किसानों की मौत की जानकारी है। बहुत से किसानों ने पिछले कुछ दिनों में कृषि बिलों और केंद्र सरकार के रवैये के खिलाफ आत्महत्या की है। इन मृत किसानों को देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही है।
सरकार की उपेक्षा से त्रस्त पंजाब के किसान अमरिंदर सिंह ने आज ज़हर खाकर अपनी जान दे दी।
सरकार की संवेदनहीनता और हठधर्मी रोज़ किसानो की जान ले रही है।
निर्दयता और निर्लज्जता अब केन्द्र सरकार की पहचान बन चुकी है।#FarmersProtest #DigitalKisan pic.twitter.com/yBLvtDabgT
— Kisan Ekta March (@KisanEktaMarch) January 9, 2021
किसानों की इन मौत से आंदोलनकारी किसान दुखी हैं लेकिन इसके साथ ही सरकार के खिलाफ नाराजगी और बढ़ती जा रही है। इस आंदोलन में दिनों दिन नए किसान शामिल हो रहे हैं। यहां कलाकार और अकादमिक क्षेत्र से जुड़े लोग भी अपना सर्मथन जताने पहुंच रहे हैं। पंजाबी और हरियाणवी गायकों ने तो आंदोलन को एक नई शक्ल दे दी है। जिनके गाने किसानों में जोश भर रहे हैं।
केंद्र सरकार और किसानों के बीच अब तक की बातचीत बेनतीजा रही है और ऐसे में अब आंदोलन लंबा चलने के आसार नजर आ रहे हैं। पिछले दिनों आठवें दौर की बातचीत बेनतीजा निकलने के बाद अब अगली बातचीत 15 जनवरी को तय हुई है हालांकि सरकार तय कर चुकी है कि कृषि कानून किसी भी सूरत में वापिस नहीं लिये जाएंगे और किसानों की मांग ही इन कानूनों की वापसी है। ऐसे में अब संघर्ष सीधा है। उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन किसानों ने दिल्ली में टैक्टर रैली निकालने की बात कही है।