भोपाल। प्रदेश के कई इलाकों में बर्ड फ्लू की पुष्टी हो चुकी है और बहुत से दूसरे जिलों में रोज़ाना कौए मर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार को अब बर्ड फ्लू का डर सता रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे लेकर अधिकारियों की बैठक की और उन्हें इस बीमारी से बचाव के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने के लिए कहा है।
बुधवार को इंदौर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने आपात बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सीएस इकबाल सिंह बैंक, एसीएस हेल्थ मो. सुलेमान व अन्य अधिकारी शामिल थे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों का निर्देश दिए कि दक्षिण भारत के जिन राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले आए हैं, उन राज्यों से फिलहाल मुर्गे व चूजों की खरीदी बंद की जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पोल्ट्री फार्म की जांच करने के लिए का है। हालांकि अभी तक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टी नहीं हुई है लेकिन फार्म संचालकों को अधिक सतर्कता बरतने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने बर्ड फ्लू को लेकर किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और निर्देश दिए कि केंद्र की गाइड लाइन का पूरा पालन किया जाए।
मध्य प्रदेश में 23 दिसम्बर से 3 जनवरी 2021 तक इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13 और सीहोर में 9 कौओं की मृत्यु हुई है। इसके अलावा कई और जिलों में भी कौओं के मरने की मामले सामने आए हैं।
मृत कौओं के नमूने भोपाल स्थित स्टेट डीआई प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। इंदौर में नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर रेपिड एक्शन ग्रुप द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
इसके अलावा अब प्रदेश में मांसाहार की दुकानों पर भी कार्रवाई की जा सकती है। इसके तहत बर्ड फ्लू तक मांसाहार की दुकानों को बंद करने की खबरें आ रहीं हैं। हालांकि इन ख़बरों की पुष्टी फिलहाल नहीं की जा सकती है लेकिन पोल्ट्री फार्म आदि की सघन जांच और इन्हें सीधे बाजारों में जाने से रोकने के लिए भी नियम बनाए जा सकते हैं। इस बारे में मंत्री प्रेम सिंह पटेल द्वारा कुछ निर्णय लिये जा सकते हैं।