भोपाल। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग यानी एमपीपीएससी द्वारा घोषित राज्यसेवा परीक्षा 2020 का सिलेबस भी जारी कर दिया गया है। आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा के साथ मुख्य परीक्षा का सिलेबस भी जारी किया है।
खास बात ये है कि राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार बनने के बाद एमपीपीएससी के पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया था।
कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक विचारकों की सूची में राज्यसेवा पाठ्यक्रम में पंडित नेहरू का नाम भी जोड़ा था। इससे पहले भाजपा सरकार के समय प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू को राज्यसेवा के पाठ्यक्रम में जगह नहीं दी गई थी।
MPPSC_Syllabus_SFS_2020प्रदेश में अब फिर से भाजपा सरकार के आने के बाद भी राज्यसेवा परीक्षा 2020 के सिलेबस में कोई परिवर्तन नही किया गया। पंडित नेहरू के साथ सरदार पटेल, महात्मा गांधी से लेकर दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. आंबेडकर को बरकरार रखा गया है।
एमपीपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा के दोनों प्रश्नपत्रों सामान्य अध्य्यन और सामान्य अभिरुचि का पाठ्यक्रम जारी किया है। प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने के लिए दोनों ही प्रश्नपत्रों में 40 प्रतिशत अंक अनिवार्य किए गए हैं जबकि दूसरे प्रश्नपत्र सामान्य अभिरुचि को क्वालिफाइंग किया गया है यानी उसके अंक मेरिट तैयार करने में नहीं जोड़े जाएंगे।
एमपीपीएससी हर वर्ष राज्य सेवा परीक्षा घोषणा के साथ ही सिलेबस जारी कर देता है, लेकिन इस बार परीक्षा के विज्ञापन से अलग सिलेबस जारी किया गया।
प्रारंभिक परीक्षा के पहले प्रश्नपत्र सामान्य अध्य्यन को 10 इकाइयों में बांटा गया है जबकि सामान्य अभिरुचि को सात इकाइयों में बांटा गया है। मुख्य परीक्षा के छह प्रश्नपत्रों में विज्ञान, भूगोल, समाजशास्त्र से लेकर राजनीति शास्त्र, भाषा, सूचना प्रौद्योगिकी, संविधान, मप्र की राजनीतिक व्यवस्था को भी शामिल किया गया है।