इंदौर। रुक्मणी नगर में हुए हत्याकांड में पुलिस का कहना है कि ग्यारहवीं में पढ़ने वाली सत्रह साल की बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर माता-पिता की हत्या की है। एसएएफ के वाहन चालक ज्योति प्रसाद शर्मा और उनकी पत्नी ज्योति की हत्या गुरुवार सुबह हुई थी। पुलिस ने हत्या करने वाली बेटी और उसके प्रेमी धनंजय यादव को गुरुवार की ही रात पकड़ लिया है।
बेटी ने घर छोड़ते समय एक पत्र छोड़ दिया था। दैनिक भास्कर अख़बार की ख़बर के मुताबिक इस पत्र में लिखा है कि पिता उसके साथ दुष्कर्म करते थे और मां उनका साथ देती थी इसलिए उसने उनकी हत्या की है और अब वह घर छोड़कर जा रही है। वहीं पुलिस को पता चला है कि शर्मा दंपत्ती की हत्या की योजना काफी पहले बना ली गई थी। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों को बंद किया गया।
पुलिस ने बताया कि घटना के दिन बेटी सुबह चार-पांच बजे से ही कुत्ते को बाहर घुमा रही थी। इस दौरान धनंजय अंदर उसके माता-पिता का कत्ल कर रहा था। कुछ आवाज़ें आने पर दादा-दादी जागे लेकन बेटी ने उनसे कहा कि पापा-मम्मी लड़ रहे हैं और वे वापस चले गए। सुबह आठ बजे जब दादा-दादी के घर सो रहा बेटा आया तो उसने खिड़की से माता-पिता के खून से लथपथ नज़र आए और वह चीख पड़ा। इसके बाद दरवाज़ा तोड़कर वे शव निकाले गए। दोनों शव अलग-अलग चादर में लिपटे थे।
आरोपी धनंजय गांधीनगर के पूर्व उपसरपंच का बेटा है। जिसका शर्मा की बेटी के साथ प्रेम प्रसंग था। बताया जाता है कि शर्मा दंपत्ति को इसकी जानकारी थी और वे पहले दोनों को कई बार साथ में देख चुके थे। पिछली बार जब दोनों एक साथ मिले तो धनजंय को थप्पड़ मारे थे। जिस पर धनंजय ने उन्हें देख लेने की धमकी दी थी।
VIDEO: इंदौर में पुलिसकर्मी और पत्नी की चाकू से गोदकर हत्या, 17 वर्षीय बेटी लापता