उज्जैन। जिले की बड़नगर तहसील की चामला नदी में एक नांव पलट गई। इस नांव में कुछ बच्चों के साथ कुल दस लोग सवार थे। जुगाड़ की इस नांव के पलटते ही यहां लोग चीखने लगे।
जब नाव असंतुलित होकर नदी में पलट गई, उस वक्त चीख-पुकार मच गई। नाव में उस वक्त 3 बच्चे समेत 10 लोग सवार थे। चीख-पुकार सुनते ही वहां मौजूद गांव वालों ने बिना देर किये नदी में छलांग लगा दी और सभी को सुरक्षित निकाल लिया। एक महिला गम्भीर है।
लोगों ने बताया कि कई बार विधायक से भी शिकायत की गयी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जानकारी के मुताबिक 3 बच्चे, एक महिला और छह पुरुष ग्राम पंचायत सारोला में शादी में शामिल होने नाव से जा रहे थे। इस बीच पता नहीं क्या हुआ और नाव नदी में पलट गई। इससे पहले की सभी डूब जाते वहां खड़े लोगों ने उन्हें निकाल लिया। हालांकि, एक महिला और एक बच्चे के मुंह में पानी भर गया। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
इस घटना के बाद लोग काफी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि अब बगरेड में बड़नगर और केसुर रोड पर चक्काजाम किया जाएगा। इसके पीछे वजह यह है कि लोग एक गांव से दूसरे गांव इसी नदी को पार करके जाते हैं।आए दिन इस तरह के हादसे होते रहते हैं। इससे पहले भी एक महिला की नदी में डूबकर मौत हो चुकी है। पूर्व विधायक भी इस हादसे का शिकार हो चुके हैं। लोगों के मुताबिक, इस नदी पर पुलिया के निर्माण के लिए कई बार शासन और प्रशासन को बताया गया, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। विधायक सुनते नहीं और प्रशासन कहता है कि पुलिया का निर्माण बजट उपलब्ध होने पर ही किया जाएगा। लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह चलता रहा तो हादसे कैसे रोके जाएंगे। कई बार तो केवल महिलाएं ही बच्चों लेकर नाव में सफर करती हैं।