बसंत पंचमी: भोजशाला में वाग्देवी पूजन की तैयारी पूरी, पुलिस प्रशासन ने किए सुरक्षा के इंतजाम


धार की भोजशाला में 3 फरवरी को बसंत पंचमी का भव्य उत्सव होगा। मां वाग्देवी की पूजा, शोभायात्रा, धर्मसभा और अन्य धार्मिक आयोजन होंगे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें 700 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

ऐतिहासिक भोजशाला में बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। 3 फरवरी को यहां मां वाग्देवी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, जिसे लेकर पूरा परिसर भगवा पताकाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। यज्ञकुंड को विशेष रूप से तैयार कर उसमें आहुतियां दी जाएंगी। सूर्योदय के साथ ही मां वाग्देवी की पूजा-अर्चना शुरू होगी, जो पूरे दिन चलती रहेगी।

इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचेंगे। तीन दिवसीय बसंतोत्सव के अंतर्गत विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्य आकर्षण लालबाग से निकलने वाली भव्य शोभायात्रा होगी, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए भोजशाला पहुंचेगी। वहां महाआरती के बाद धर्मसभा का आयोजन होगा, जिसमें संत महर्षि उत्तम स्वामीजी महाराज मुख्य वक्ता होंगे।

कड़े सुरक्षा इंतजाम, पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील

बसंत पंचमी के आयोजन को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। भोजशाला परिसर सहित आसपास के 200 मीटर के दायरे को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

  • 700 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
  • 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरे पूरे क्षेत्र पर नजर रखेंगे।
  • एक अस्थाई थाना भी बनाया गया है, जहां से सुरक्षा अधिकारी स्थिति पर निगरानी रखेंगे।
  • 20 ऊंची इमारतों पर पुलिस जवान तैनात रहेंगे।
  • नगर के 34 चिन्हित स्थानों पर सुरक्षा प्वाइंट बनाए गए हैं।
  • 10 बाइक पुलिस टीम और 4 मोबाइल वाहन पूरे क्षेत्र में गश्त करेंगे।
  • महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है।

एसपी मनोज कुमार सिंह और कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने तैयारियों की समीक्षा करते हुए कर्मचारियों को दिशा-निर्देश दिए। सुरक्षा नोडल अधिकारी एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकलवार होंगे, जो पूरे कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे।

 

तीन दिवसीय बसंतोत्सव का विस्तृत कार्यक्रम

3 फरवरी (सोमवार) – बसंत पंचमी मुख्य आयोजन

सुबह 7:00 बजे: मां सरस्वती यज्ञ की शुरुआत।

सुबह 11:00 बजे: उदाजीराव चौक, लालबाग से भव्य शोभायात्रा।

दोपहर 12:30 बजे: धर्मसभा, जिसमें महर्षि उत्तम स्वामीजी महाराज प्रवचन देंगे।

दोपहर 1:30 बजे: महाआरती।

शाम 5:50 बजे: यज्ञ की पूर्णाहुति और आरती।

4 फरवरी (मंगलवार) – मातृशक्ति सम्मेलन व भजन संध्या

सुबह 8:55 बजे: भोजशाला में नियमित सत्याग्रह।

दोपहर 2:30 बजे: मातृशक्ति सम्मेलन, मुख्य वक्ता धर्म जागरण की प्रांत सह संयोजिका भारती दीदी।

रात 8:00 बजे: भजन संध्या, भजन सम्राट द्वारका मंत्री प्रस्तुति देंगे।

5 फरवरी (बुधवार) – कवि सम्मेलन

रात 9:00 बजे: अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन, जिसमें देशभर से प्रसिद्ध कवि काव्य पाठ करेंगे।

6 फरवरी (गुरुवार) – कन्या पूजन व भंडारा

कन्या पूजन और भोज का आयोजन अखंड संकल्प ज्योति मंदिर में किया जाएगा।

शोभायात्रा मार्ग पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था

शोभायात्रा शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होते हुए भोजशाला पहुंचेगी। इसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे, जिसके चलते यात्रा मार्ग पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।

पुलिसबल ने 20 ऊंची इमारतों पर जवान तैनात किए हैं, ताकि भीड़ पर निगरानी रखी जा सके।

  • नगर के 34 चिन्हित स्थानों पर सुरक्षा बल तैनात रहेगा।
  • बाइक और मोबाइल पुलिस वाहन लगातार गश्त करेंगे।
  • महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती से महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

उत्साह और धार्मिक श्रद्धा का माहौल

भोजशाला में बसंत पंचमी का पर्व आस्था और उल्लास के संगठित रूप में मनाया जाता है। श्रद्धालु मां सरस्वती के पूजन के लिए उमड़ते हैं, वहीं विभिन्न धार्मिक आयोजनों से वातावरण भक्तिमय हो जाता है। तीन दिवसीय बसंतोत्सव में संस्कृतनिष्ठ धर्मसभा, भजन संध्या, कवि सम्मेलन और कन्या पूजन जैसे आयोजनों से पूरे क्षेत्र में उत्सवी माहौल बनेगा।

यह पर्व केवल धार्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी धार और भोजशाला के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है। भक्तों की भारी भीड़ और सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के बीच यह आयोजन भव्यता के साथ संपन्न होगा।